भोपाल। कृषि कानून बिल के विरोध किसान संगठन ने बुधवार को काला दिवस मनाया। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि निश्चिततौर पर आज किसान बहुत परेशान हैं। पिछले छह महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर कई किसान संगठन धरना दे रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार काले क़ानूनों को वापस ले। कांग्रेस ने भी काला दिवस का समर्थन किया है। मैंने भी अपने बंगले पर काला झंडा लगाकर विरोध दर्ज किया है।
शर्मा ने संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया। कहा- कई दिनों से संविदा स्वस्थ्य कर्मी चेतावनी सरकार क़ो दे रहे थे। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का जो तय वेतन निर्धारित हुआ वो अभी तक मिल रहा है। मजबूर होकर हड़ताल पर जाना पड़ा। आज हड़ताल का तीसरा दिन है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्यकर्मी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद क़र रहे हैं और सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। सरकार इनकी मांगों को तुरंत पूरी करे।
मप्र में हनीट्रैप की पेन ड्राइव पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर शर्मा ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि पेन ड्राइव मामले में बीजेपी में सबसे ज्यादा नरोत्तम मिश्रा घबरा रहे हैं। दूसरे मंत्री-नेता को घबराए हुए नहीं देखा है। यह अपने आप में सवाल है।
मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना डेथ नहीं लिखा जाने पर शर्मा बोले- मृत्यु प्रमाण पत्र में सरकार कोविड नहीं लिख रही है, यही कमलनाथ ज़ी ने कहा था। कोविड नहीं लिख कर सरकार यह बता रही उस व्यक्ति जान कोविड से नहीं गई। मार्च से 2020 जिन लोगों की जान गई सबको कोविड डेथ माना जाए। सरकार कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छुपा रही है।