रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के पूर्व कलेक्टर पर संगीन आरोप लगा है। सरकारी कर्मचारी की पत्नी ने पूर्व कलेक्टर पर रेप का आरोप लगाया है। महिला के बयान और आरोपों की जांच के बाद पुलिस ने पूर्व कलेक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही मामले की जांच की शुरू कर दी है। पीड़िता के पति ने सरकारी कर्मचारी है, उन्हें बर्खास्त करने की धमकी देकर तत्कालीन कलेक्टर गेस्ट हाउस में महिला का शोषण करता था।
महिला से पूर्व कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक ने 15 मई को भी रेप किया था। पीड़िता को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने को लेकर काफी एड़ी-चोटी करनी पड़ी है। क्योंकि मामले एक बड़े अधिकारी से जुड़ा हुआ थआ। वर्तमान में आईएएस जितेंद्र प्रसाद पाठक फिलहाल संचालक भू-अभिलेख के पद पर पदस्थ हैं।
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पूर्व कलेक्टर पीड़िता के पति को प्रमोशन का झांसा देता था। अगर महिला तैयार नहीं होती थी, तो वह पति को नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी देता था। पीड़िता के मुताबिक आईएएस अधिकारी ने उसे एनजीओ में बड़ा काम दिलाने का प्रलोभन देकर दफ्तर बुलाते थे। इस नाम पर तत्कालीन कलेक्टर ने महिला का कई बार शोषण किया। बुधवार को महिला ने कोतवाली थाने में पूर्व कलेक्टर के खिलाफ रेप केस किया है।
प्राइवेट चैट बना सबूत
महिला के साथ आईएएस जेके पाठक ने कलेक्टर ऑफिस में ही 15 मई को रेप किया था। जांजगीर-चंपा की एसपी पारुल माथुर के अनुसार पीड़िता ने आरोप लगाया है कि तत्कालीन कलेक्टर उसे अश्लील मैसेज भेजते थे और रेप किया है। आरोपों की सत्यता जांची गई, उसके बाद पूर्व कलेक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि जांजागीर-चंपा के तत्कालीन कलेक्टर जेके पाठक का 26 मई को तबादला हो गया है। वह भू-अभिलेख के संचालक हैं। महिला के आरोपों पर आईएएस अधिकारी की कोई सफाई नहीं आई है। पुलिस ने जल्द ही आईएएस को गिरफ्तार कर सकती है। वहीं, इन आरोपों के बाद छत्तीसगढ़ शासन में खलबली मच गया है।
छत्तीसगढ़ में दुष्कर्म के आरोप में घिरे आईएएस अधिकारी जनक प्रसाद पाठक को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया। आईएएस पाठक पर जांजगीर जिले का कलेक्टर रहते हुए अपने चैंबर में महिला से दुष्कर्म का आरोप है। इस संबंध में बुधवार देर शाम एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चीफ सेक्रेट्री आरपी मंडल को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।