इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन दिन पहले चलती बाइक से दिनदहाड़े चाकू मारकर 20 साल के युवक की हत्या करने वाले आरोपी और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ऑटो चालक और मृतक के विवाद के बाद ऑटो चालक के बेटे ने अपने पिता के अपमान का बदला लेने के लिए दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने आरोपी शुभम द्वारा पहने गए कपड़े, ब्लू जींस पैन्ट, पिंक शर्ट और नारंगी जूते और घटना में उपयोग किया चाकू जब्त कर लिया है। वहीं, फरार आरोपी पंकज की तलाश की जा रही है। कनाडिया थाना क्षेत्र के बिचौली मर्दाना गांव में 3 अक्टूबर को दो बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े 20 साल के चेतन सोलंकी पिता बने सिंह सोलंकी निवासी श्मशान रोड बिचौली मर्दाना की हत्या कर दी थी। जांच में पुलिस को पता चला कि 3 अक्टूबर को चेतन अपने साथी बंटी उर्फ देवेन्द्र सोलंकी के साथ भैरव नाथ ढाबा बडिया कीमा रोड से खाना खाकर लौट रहा था। विद्यासागर स्कूल के आगे सतगुरु द्वार के सामने इनका एक ऑटो चालक से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि चेतन ने ऑटो चालक से झूमाझटकी कर दी।
पुलिस ने मामले में करीब 25 स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सीसीटीवी में चेतन की हत्या करने वाले दोनों संदिग्ध बाइक से घटना स्थल से नंदी परिसर होते हुए कालिंदी टाउनशिप होते हुए बडिया कीमा की ओर जाते दिखाई दिए। पुलिस को मुखबिर से पता चला कि फुटेज में दिख रहे दो संदिग्धों में एक ऑटो चालक जगदीश मालवीय का बेटा शुभम है। जो सांई विहार काॅलोनी बडिया कीमा में रहता है। वह शनिवार से ही फरार है। उसके बारे में पता चला है कि वह देवास नाके के पास एक ट्रक चालक के घर पर है। टीम ने दबिश दी शुभम गिरफ्त में आ गया।
पूछताछ में उसने बताया कि वारदात वाले दिन मैं पिता जगदीश के साथ अपने ऑटो से बहन के घर गया था, जहां से वापस आते समय विद्यासागर स्कूल के आगे सदगुरु द्वार के सामने रोड पर बंटी और उसके साथियों ने मेरे पिता से कालर पकड़कर मारपीट की। इतना ही नहीं उन्होंने मेरे पिता को अपमानित भी किया। इसके बाद मैं अपने पिता को वहां से लेकर घर आ गया। पिता को घर छोड़ने के बाद चाकू उठाया और अपने दोस्त पंकज पिता कमलेश चंदानी निवासी ओम सांई विहार काॅलोनी को पूरा मामला बताया।
पुलिस को आरोपी ने बताया कि पिता के अपमान का बदला लेने हम दाेनों बंटी के घर के आसपास बिचौली मर्दाना में गए, जहां बंटी और उसका साथी बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पास बैठे दिखे। हम वहीं दूर खड़े होकर मौके का इंतजार करने लगे। जैसे ही चेतन एक्टिवा गाड़ी से श्मशान रोड की ओर निकला। हमने अपनी बाइक उसके पीछे लगा दी। मैंने पंकज को पीछे वाले युवक को चाकू मारने को कहा और अपनी बाइक को उसकी एक्टिवा के बायीं तरफ से पास लेकर आ गया। जैसे ही हम पास आए पंकज ने चलती गाड़ी में चेतन को चाकू घोंप दिया। इसके बाद हमने गाड़ी को तेजी से दौड़ा दिया। हम नंदी परिसर के सामने से होते हुए नोबल हॉस्पिटल होते हुए घर पहुंचे और कपड़े बदलकर पहने हुए कपड़े, जूते और खून लगे चाकू को एक थैली में भरकर घर पर रखी लोहे की अनाज की कोठी मे छिपा दिया। इसके बाद हम दोनों बिना बताए वहां से निकल गए।