सिवनी। अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग के सहायक आयुक्त और उसके कम्प्यूटर आॅपरेटर को लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। बताया जा रहा है कि दोनों ने यह रिश्वत एक पैरामेडिकल कालेज के मालिक से स्कॉलरशिप की राशि का चैक पास करवाने के ऐवज में मांगी थी। सिवनी जिले के अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग के सहायक आयुक्त विशाल श्रीवास और दैनिक वेतन भोगी कम्प्यूटर आॅपरेटर बृजेश भार्गव, को लोकायुक्त टीम ने आज शनिवार को एक लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
जबलपुर निवासी मनीष शर्मा को सिवनी जिले में मीनाक्षी पैरामेडिकल कालेज है। वर्ष 2017-18 में कालेज के 96 स्टूडेंट्स के लिए 17 लाख रुपए की स्कॉलरशिप अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग से मिलना थी। इस राशि को पास करवाने के ऐवज में विशाल श्रीवास और बृजेश भार्गव ने मनीष शर्मा से एक लाख चालीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बीते दिनों मनीष शर्मा ने लोकायुक्त जबलपुर में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त डीएसपी कमल उइके, निरीक्षक आॅस्कर किंडो, आरक्षक सोनू चौकसे, अतुल श्रीवास्तव और राकेश विश्वकर्मा, ने आज शनिवार को एक प्लानिंग के तहत विशाल श्रीवास और बृजेश भार्गव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। पुलिस की आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।