भोपाल. उप चुनाव (By election) में कांग्रेस (Congress) को अपेक्षित सफलता न मिलने पर अब पार्टी के अंदर से ही आवाज़ उठने लगी है. ये आवाज़ उन नेताओं के खिलाफ है जिन्होंने पार्टी को सफलता के मुकाम पर पहुंचाने में अपना सहयोग नहीं दिया. वो चुप रहकर पार्टी की हार देखते रहे. ये आवाज़ पार्टी के हमेशा मुखर रहने वाले नेता माणक अग्रवाल ने उठायी है.
अग्रवाल पूछते हैं कि कांग्रेस की सरकार नहीं बचाने वाले दोषी नेताओं पर क्या कार्रवाई होगी? सरकार नहीं बचाने के पीछे किसकी जिम्मेदारी होगी? क्या हाईकमान के लेवल पर आत्ममंथन और समीक्षा की जा रही है? क्या सोनिया और राहुल गांधी जिम्मेदार नेताओं पर कार्रवाई करेंगे? सीनियर लीडर मानक अग्रवाल ने इस तरह के सवाल उठाए और फिर उनके जवाब भी खुद ही दिए.
निष्क्रिय नेताओं पर हो कार्रवाई
मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बारे में वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल ने कहा कि इस बात पर मंथन ज़रूर होना चाहिए कि किन नेताओं ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बचाने में सहयोग नहीं दिया. किन कारणों से कांग्रेस पार्टी हारी. हमें जनता ने 5 साल के लिए मध्यप्रदेश की सत्ता में बैठाया था. हमारी जवाबदारी सरकार चलाने की थी.
हाईकमान स्तर पर कार्रवाई
माणक अग्रवाल ने कहा यह आत्ममंथन बड़े स्तर पर होना चाहिए. हाई कमान को समीक्षा करनी चाहिए. हाईकमान जब समीक्षा करेगा तो सभी तथ्य उसके सामने आ जाएंगे और जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ हाईकमान को कार्रवाई करनी चाहिए. इसमें जो भी हाईकमान निर्णय लेगा वह जनता और कांग्रेस के हित में होगा.
सोनिया- राहुल को है जानकारी
माणक अग्रवाल ने कहा मध्यप्रदेश में कांग्रेस की बनी बनाई सरकार नहीं बचाने और उपचुनाव में मिली हार के बारे में सोनिया और राहुल गांधी विचार कर रहे हैं. उप चुनाव के बारे में उन्हें बताया गया था कि हम सभी सीटें जीत रहे हैं, लेकिन कांग्रेस 19 सीटें हार गयी. पार्टी हाईकमान अपने स्तर पर इसकी समीक्षा कर रहा है.