ग्वालियर। दो दिन के लिए गृहनगर ग्वालियर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से कहा कि जो पार्टी हाईकमान फैसला करेगा वो सर्वमान्य होगा। इसके थोड़ी देर प्रदेश सरकार में उनकी समर्थक मंत्री इमरती देवी ने कहा कि महाराज पीछे नहीं हटें हम उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। इधर भोपाल में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि उमंग सिंघार खुद पीसीसी चीफ बनना चाहते थे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उमंग सिंघार को मिलने बुलाया है।
आज सुबह दिल्ली से शताब्दी एक्सप्रेस से सिंधिया ग्वालियर पहुंचे। यहां उनका स्वागत करने हजारों की संख्या में उनके समर्थक स्टेशन पहुंचे थे। स्टेशन पर ही उन्होंने मीडिया से कहा कि जो पार्टी हाईकमान फैसला करेगा वो सर्वमान्य होगा।
वहीं मध्य प्रदेश में हो रहे अवैध खनन से जुड़े सवाल पर सिंधिया ने कहा कि, मुझे दुख है कि अभी भी प्रदेश में अवैध उत्खनन हो रहा है। जबकि हमने चुनाव प्रचार में साफ तौर पर कहा था कि कांग्रेस सरकार में अवैध उत्खनन नहीं होगा। ऐसे में जो भी लोग इस खेल में लगे हुए हैं, उन पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी ने कहा कि हम सभी की दिली इच्छा है कि सिंधिया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने। महाराज के पीछे नहीं हटना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी में मची खींचतान के बीच ग्वालियर-चंबल संभाग में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक खुलकर मैदान में आ गए हैं। आज सिंधिया दो दिन के ग्वालियर प्रवास आए हैं। इससे पहले सोमवार को ग्वालियर में उनके समर्थकों ने उन्हें पीसीसी चीफ बनाए जाने की मांग को लेकर नदीगेट पर होर्डिंग लगाया है, जिसमें लिखा है-सोनिया गांधी दबाव में न आएं, सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाएं। उधर शिवपुरी में उनके समर्थकों ने चेतावनी दी है कि अगर सिंधिया को कमान नहीं दी गई तो वे मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों को क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे।
कानून मंत्री ने कहा सिंघार खुद अध्यक्ष बनना चाहते थे मंगलवार सुबह प्रदेश के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि वनमंत्री उमंग सिंघार खुद प्रदेश अध्यक्ष की रेस में शामिल थे। जब बड़े नेताओ के रेस में आने के बाद पिछड़ गए तो ऐसे बयान दे रहे हैं। इधर खबर है कि उमंग सिंघार को आज मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिलने बुलाया है।