इंदौर ! जैसे-जैसे गर्मी का पारा बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे पीने के पानी का हाहाकार भी बढ़ता जा रहा है। आदिवासी अंचल आलीराजपुर जिले में पीने का पानी बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। सोमवार सुबह हद हो गई, जब हेंडपंप पर पानी भरने गई एक बालिका की हेंडपंप मालिकों ने तीर मारकर हत्या कर दी। पानी के नाम पर खून बहाने की इस खौफनाक घटना ने इलाके के जल संकट को साबित कर दिया है।
इंदौर से करीब दो सौ किमी दूर आलीराजपुर जिले के आदिवासी अंचल आज़ादनगर थाने के गाँव छोटा भावटा में पानी की मार अब लोगों की जान की दुश्मन बन गई है। यहाँ इंदरसिंह और मेसता का निजी हेंडपंप है. इन्होने इलाके में पानी की भारी कमी होने से किसी को भी अपने यहाँ से पानी देने से मना कर रखा है। लेकिन सोमवार को निर्मल के घर कोई आयोजन होने से वह यहाँ एक तपेला पानी भरने अपनी छोटी बहन सुरमदा और चाचा को लेकर आया और पानी भरने लगे। हेंडपंप चलने की आवाज़ सुनते ही इंदरसिंह और मेसता का गुस्सा सातवें आसमान पर पंहुच गया। उन्होंने आव देखा न ताव। हेंडपंप से पानी उलीच रही 13 साल की सुरमदा पर तीर चला दिया। तीर उसकी आँखों में लगा और सीधे खोपड़ी में घुस गया। इससे मौके पर ही उसकी जान चली गई। उधर इसे देख निर्मल और उसके चाचा अपनी जान बचाकर भागे।
आज़ादनगर पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आरोपी फरार हो चुके थे. आजादनगर थाना प्रभारी एमपीएस चौहान ने बताया कि पानी भरने की बात पर यह हत्या हुई है। अपने निजी हैंडपंप पर पानी भरने की कोशिश देखकर आरोपी भडक गये थे। दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।