जबलपुर ! केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सीमा से होने वाली घुसपैठ पर अंकुश लगा है और घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकी या तो मारा गया है या उन्हें पीछे भागना पड़ा है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने आए पर्रिकर ने रविवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “पाक सीमा पर हमारा एक जवान शहीद हुआ तो सेना ने पांच आतंकियों को मारा है।”
उन्होंने बताया, “इस वर्ष अभी तक पाकिस्तान की सीमा से घुसपैठ का प्रयास करने वाले 70 से अधिक आतंकियों को सेना ने मार गिराया है। इस दौरान हमारे 14 सैनिक शहीद हुए हैं। आतंकियों के खिलाफ हमारा अनुपात 1:5 से अधिक है। पहले यह आंकड़ा 1:1.5 था।”
उन्होंने बताया कि जबलपुर में बनने वाली धनुष तोप का ट्रायल हो गया है। फील्ड ट्रायल के लिए हमने छह तोप का आर्डर दिया है, जिसमें से तीन तोप मिल गई है। शेष तीन तोप सितम्बर माह तक मिल जाएगी।
इसके अलावा 12 तोप का ऑर्डर और दिया है। छह तोप का फील्ड ट्रायल सफल रहा तो 114 तोप का ऑर्डर दिया जाएगा। सभी 18 तोप के सफल ट्रायल के बाद 414 तोपों का ऑर्डर दिया जाएगा।
रक्षा क्षेत्र में शत प्रतिशत एफडीआर के संबंध में उन्होंने कहा कि इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। आयुध निर्माणियों पर सरकार का नियंत्रण रहेगा। मेक इन इंडिया के तहत तेजस एयरक्रॉप्ट में 55 से 60 प्रतिशत उपयोग देश में निर्मित उपकरणों का उपयोग किया गया है।
पर्रिकर ने कहा, “तकनीकी क्षमता के कारण इंजन तो बाहर से बुलाना ही होगा। हमारी कोशिश है कि देश में बने 70 से 75 प्रतिशत उपकरणों का उपयोग किया जाए।”
अमिर खान व कन्हैया के संबंध में उनके द्वारा की गई टिप्पणी पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, “मैंने किसी का नाम नहीं लिया था। देश का आदर नहीं करने वालों का विरोध करने की बात कही थी।”
रक्षामंत्री ने कहा, “मैं उपद्रव के खिलाफ हूं। ऐसे व्यक्तियों का विरोध प्रजातांत्रिक तरीके से करना चाहिए। विरोध के लिए सेमिनार आयोजित करना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मैं अभिव्यक्ति की आजादी की खिलाफ नहीं हूं, लेकिन देश सर्वोपरि होता है। यह भारत में ही संभव है, अन्य देशों में ऐसा नहीं होता। मैं यह भी नहीं कहता कि राष्ट्रवादी सिर्फ भाजपा में हैं।”
पर्रिकर ने कहा कि गैर राजनीतिक व्यक्ति व अन्य राजनीतिक दल के लोग भी राष्ट्रवादी हो सकते हैं। किसी अन्य देश का नागरिक अपने देश के खिलाफ टिप्पणी नहीं कर सकता है तो भारत में भी ऐसे करने वाले व्यक्ति का विरोध किया जाना चाहिए।