भोपाल। प्रदेश में कहीं भी परिवहन की वजह से अनाज खरीदी नहीं अटकनी चाहिए। किसानों को भुगतान समय पर हो। इसमें किसी प्रकार की परेशानी आड़े नहीं आनी चाहिए। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मंत्रालय में खरीदी की समीक्षा करते हुए कही। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि 61 लाख टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। इसमें से 54 लाख टन का परिवहन भी हो चुका है। छह लाख टन परिवहन का काम चल रहा है।

बैठक में गेहूं, चना, सरसों और मसूर की खरीदी को लेकर चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि 7 लाख 95 हजार से ज्यादा किसानों से खरीदी की जा चुकी है। इसके ऐवज में किसानों को आठ हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि का भुगतान कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 30 मई तक चना खरीदी का काम पूरा हो जाए। अभी तक 4 लाख 36 हजार 333 टन चना, 31 हजार 310 टन सरसों और 52 हजार टन मसूर की खरीदी हो चुकी है। बैठक में मुख्य सचिव बीपी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त पीसी मीना, अपर मुख्य सचिव वित्त एपी श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव खाद्य नीलम शमी राव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

पड़ोसी राज्यों से गेहूं आने की आशंका

उधर, खाद्य विभाग को सीमावर्ती 13 जिलों में पड़ोसी राज्यों से गेहूं आने की आशंका है। इसको लेकर खाद्य विभाग ने कलेक्टरों को चौकसी बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। इसको लेकर 25 अप्रैल को भी पत्र लिखा गया था। खरीदी के आंकड़ों की समीक्षा में यह बात सामने आई थी कि श्योपुर, गुना, ग्वालियर, दतिया, मंदसौर, नीमच, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, सतना, रातगढ़, बैतूल और छिंदवाड़ा में अपेक्षा से ज्यादा खरीदी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक दतिया में गुरुवार को ही तीन ट्राली भरकर गेहूं पकड़ा गया है।

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