दतिया। प्रेमी के साथ मिलकर पति की चाकुओं से गोदकर हत्या करने के मामले में दतिया जिला न्यायालय के विषेश न्यायाधीष ने पत्नी और उसके प्रेमी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सजा सुनते ही महिला जोर-जोर से रोने लगी और हंगामा करने लगी। चीखने की आवाज सुनकर और हंगामा देख आसपास भीड़ इकट्ठी हो गई। महिला को तत्काल पुलिस सुरक्षा में बंदीगृह लाया गया। जब महिला के फिंगर प्रिंट लेने का प्रयास किया तो उसने न केवल इंकार कर दिया बल्कि हंगामा करने लगी। बाद में बाबू फाइल लेकर न्यायालय के पास बंदीगृह पहुंचा, जहां महिला कांस्टेबल की मदद से उस महिला के हाथ पकड कर फिंगर प्रिंट लिए गए। मामले में शासन की ओर से लोक अभियोजक केएन श्रीवास्तव ने पैरवी की। मालूम हो कि पति की शराब छुड़ाने के लिए मंदिर ले जाने के बहाने रास्ते में महिला और उसके प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक 2 दिसंबर 2016 को मध्यप्रदेष के चंबल संभाग के दतिया जिले के अतरेटा थाना क्षेत्र के रतनगढ माता मंदिर के जंगल में पुलिस को एक सडी गली लाश मिली थी। लाश की शिनाख्त उसके जेब में मिले कार्ड से हुई थी। कार्ड में उसका नाम फूल सिंह अहिरवार निवासी आनंद नगर भोपाल लिखा हुआ था। पुलिस ने मृतक के भाई ज्ञान सिंह और बेटे प्रदीप अहिरवार को सेंवढा बुला कर उनसे सामने शव का पीएम कराया था। इसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी छोटीबाई से सख्ती से पूछताछ की तो हत्या का राज खुल गया। छोटी बाई ने अपने प्रेमी रमाकांत बघेल के पास सेंथरी जिला दतिया के साथ मिलकर चाकुओं से गोदकर पति की हत्या करना कबूल कर लिया। महिला ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसका पति फूल सिंह शराब का आदी था। उसकी शराब छुड़वाने के बहाने उसे रतनगढ़ मंदिर चलने की कहकर घर से लाई थी। सुनसान इलाका मिलने पर प्रेमी के साथ उसकी हत्या कर दी।
छोटी बाई ने बताया कि वह तलाकशुदा पति की मारपीट से तंग आ चुकी थी। इसलिए उसने अपने प्रेमी रमाकांत के साथ पति की हत्या की साजिश रची। साजिश के तहत 24 नवंबर को छोटी बाई ने परिजन से कहा कि वह पति फूलसिंह को शराब छुडवाने की दवा दिलाने रतनगढ माता मंदिर दतिया जा रही है । 24 नवंबर 2016 को वह अपने पति व प्रेमी के साथ रतनगढ माता मंदिर पहुंचीं। यहां माता के दर्शन करने के बाद सुनसान जंगल में ले जाकर फूलसिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई और शव गड्ढे में फेंक दिया गया। दो दिसंबर 2016 को जब लाश सड गई तो जंगल में मवेशी चरा रहे चरवाहों ने दुर्गंध महसूस कर नजदीक जाकर देखा तो लाश पडी थी।
पत्नी छोटी बाई ने बताया कि उसका पति फूलसिंह से हो गया था फिर भी वह अपने साथ ही रखता था तथा उसकी मारपीट करता था। उसका पति रायसेन जिले के सिरसौद का रहने वाला था। लगभग 15 साल से वह भोपाल के आनंद नगर में रहकर वाहनों का सर्विस सेंटर चलाता था। उसके पड़ोस में दतिया जिले के ग्राम सेंथरी निवासी रमाकांत बघेल भी रहता था। इस कारण रमाकांत का उसके घर आना जाना रहता था। पति फूल सिंह आए दिन शराब के नशे में मारपीट करता था, जिससे वह परेशान थी। आए दिन विवाद होने के कारण चार साल पहले हम लोगों के बीच तलाक हो गया था। तलाक के कुछ दिन बाद पति ने मुझे फिर साथ रख लिया। इधर, इस बीच उस महिला के रमाकांत से प्रेम संबंध हो गए। इसकी खबर फूल सिंह को भी लग गई और वह आपत्ति जताने लगा, जिस पर छोटी बाई और उसके प्रेमी रमाकांत ने फूल सिंह को रास्ते से हटाने का फैसला लिया।