उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में नेपाल के उपराष्ट्रपति के सांस्कृतिक सलाहकार बनकर स्थानीय सर्किट हाउस में अपने भाई व एक अन्य के साथ ठहरने वाले जयपुर के बदमाश को माधवनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी के खिलाफ जयपुर में ही डेढ दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। इनमें धोखाधडी, मारपीट व चोरी के मामले शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज, परिचय पत्र, पंपलेट, विजिटिंग कार्ड बरामद किए गए हैं।
आरोपी प्रोटोकॉल लेकर महाकाल मंदिर में दर्शन करना चाह रहे थे। इससे पहले ये लोग गुरुवार को आगर में भी प्रोटोकॉल लेकर वहां के सर्किट हाउस में ठहरे और नलखेडा में बगलामुखी माता मंदिर में वीवीआईपी बनकर दर्शन व पूजन किया। कई स्थानों पर लोगों ने इनका स्वागत भी कर दिया था।
एसपी सचिन अतुलकर ने बताया कि गुरुवार रात को सर्किट हाउस से सूचना मिली थी कि नेपाल के उपराष्ट्रपति के सांस्कृतिक सलाहकार बताते हुए तीन लोग रुकने के लिए आए हैं। तीनों के पास मौजूद कागजात संदिग्ध हैं। इस पर एसआई तरुण कुरिल, प्रधान आरक्षक संतोष राव, आरक्षक धर्मेंद्र सूर्यवंशी मौके पर पहुंचे थे।
सलाहाकर बताने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम महावीरप्रसाद पिता सत्यनारायण टोरडी निवासी मोतीनगर सोडाला थाना जयपुर राजस्थान बताया। इसके अलावा उसने अपने साथ मौजूद व्यक्तियों के नाम कुलदीप पिता महावीर प्रसाद शर्मा व प्रमोद पिता सत्यनारायण शर्मा बताए थे।
इस पर पुलिस ने टोरडी के पास मिले दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि कागजात फर्जी है। आरोपी इस प्रकार की धोखधडी मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा सहित कई प्रदेशों में कर चुके हैं। अकेले जयपुर में ही महावीर प्रसाद के खिलाफ 18 केस दर्ज हैं। इनमें धोखाधडी, मारपीट व चोरी के अपराध भी शामिल हैं। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है।