नई दिल्ली । तिहाड़ में अब एकसाथ 4 कैदियों को फांसी दी जा सकेगी। अभी तक यहां फांसी के लिए एक ही तख्त था, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 4 कर दी गई है। पीडब्ल्यूडी ने इस काम को सोमवार को पूरा किया। फांसी के तीनों नए हैंगर भी उसी जेल नंबर-3 में तैयार किए गए हैं, जहां पहले से एक तख्त है। अब तिहाड़ देश की पहली ऐसा जेल हो गई है, जहां एक साथ चार तख्त फांसी के लिए तैयार हैं।
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि इस काम को पूरा करने के लिए जेल के अंदर जेसीबी मशीन भी लाई गई थी, क्योंकि तीन नए फांसी के तख्ते तैयार करने के लिए यह भी जरूरी होता है कि उनके नीचे एक टनल भी बनाई जाए। इसी टनल के माध्यम से फांसी के बाद मृत कैदी को बाहर निकाला जाता है। तीन नए फांसी के तख्तों के साथ ही पुराने तख्ते को भी बदल दिया गया है।
फांसी पर अभी आना है अंतिम फैसला
जेल सूत्रों का कहना है कि फांसी के तीन तख्ते यहां निर्भया गैंगरेप के लिए बंद चार कैदियों को फांसी देने के लिए तैयार कराए गए हैं। इन चारों के मामलों की स्टेटस रिपोर्ट जेल प्रशासन कोर्ट खुलने पर देगा। कोर्ट 6 जनवरी को खुल रही हैं। तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इनकी फांसी पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
फिलहाल निर्भया गैंगरेप के चारों कैदियों को तिहाड़ की जेल नंबर-2 और 4 में रखा गया है। जब इन्हें फांसी पर लटकाने की तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद कोर्ट से ब्लैक वॉरंट जारी किया जाएगा, उस दौरान इन चारों को जेल नंबर-3 में फांसी के फंदे के पास वाली सेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इससे पहले जब इन चारों को फांसी पर लटकाने का मामला गर्माया था और एक की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भी पहुंची थी, तब जेल प्रशासन के सामने बड़ा सवाल यह भी आया था कि अगर चारों को फांसी देनी पड़ी तो क्या अलग-अलग करके इन्हें फांसी पर लटकाया जाएगा। ऐसे में वक्त बहुत लगने की बात को देखते हुए जेल प्रशासन ने फांसी के लिए तीन तख्ते यानी हैंगर और बनवा दिए।