भोपाल. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर सद्भावना दिवस पर उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि स्वर्गीय गांधी ने 21वीं सदी के भारत का सपना देखा और हम सभी को उनके कार्यों से प्रेरणा मिलती है।
मप्र सरकार ने 2019-20 को युवा संकल्प वर्ष के लिए मनाने का फैसला किया है। इसके तहत रविंद्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में कमलनाथ ने कहा कि स्वर्गीय गांधी ने 21वीं सदी के भारत का सपना देखा और उसे साकार करने के लिए वे देश को उस पटरी पर ले गए। युवाओं से संवाद में सरकार नशे के खिलाफ मुहिम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि नशा खरीदने वाला तो दोषी है, लेकिन उनसे बड़ा गुनहगार नशे का व्यापार करने वाला है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने युवाओं से संवाद के दौरान ही एवरेस्ट विजेता छिंदवाड़ा की भावना डेहरिया का परिचय कराया। कहा- ये ही वो लड़की है जिसने माउंट एवरेस्ट फतह किया। भावना वहां पर मौजूद थी, उन्होंने खड़े होकर सबका अभिवादन किया। कमलनाथ ने बताया कि कुछ महीने पहले मुझे मिली थी, कहा था कि मैं एवरेस्ट फतह करना चाहती हूं। मुझे मदद की दरकार है। हमने उन्हें मदद की और उन्होंने एवरेस्ट फतह कर लिया।
मुख्यमंत्री का युवाओं से संवाद
कमलनाथ – हमने प्रदेश को मिलावट को रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध शुरू किया है। अब हम नशीले पदार्थों को रोकने के लिए मुहिम शुरू करेंगे। मैं चाहता हूं कि इसमें स्कूली बच्चे भी जुड़े, क्योंकि जब आप जुड़ेंगे तभी इस काम में सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि नशा खरीदने वाला तो दोषी है ही, लेकिन उनसे बड़ा गुनहगार नशे का व्यापार करने वाला है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मानसी- प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए सरकार की क्या योजना है ?
मुख्यमंत्री – सरकार शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए एक सिस्टम बना रही है। ऐसी व्यवस्था बनाने जा रहे हैँ, जिसमें बच्चों को क्वाॅलिटी एजुकेशन मिल सके। साथ ही उनके स्किल को बढ़ाया जा सके। इसमें आईटी सेक्टर में ज्यादा जोर रहेगा। जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके, क्योंकि आईटी के बगैर रोजगार मिलना संभव नहीं है।
चंद्रशेखर प्रजापति – युवाओं को सरकार से उम्मीद होती है, वैसे ही सरकार को युवाओं से क्या उम्मीदें हैं ?
मुख्यमंत्री – जीवन में दो बातें होती हैं, एक है अचीवमेंट और दूसरा है फुलफिलमेंट। इन दोनों में अंतर होता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल ‘अचीवमेंट’ नहीं, बल्कि ‘फुलफिलमेंट’ को अपना लक्ष्य बनाना चाहिए। युवा विचार करें कि उन्होंने समाज और परिवार के लिए क्या किया।
ईशा सक्सेना- सरकार ऐसा क्या कर रही है कि खेलकूद की सुविधाओं का विस्तार हो और ग्रामीण प्रतिभाओं को नया मंच मिले ?
मुख्यमंत्री – हमारे प्रदेश में ज्यादातर जनसंख्या ग्रामीण है, इसलिए हम नए स्टेडियम बनाने जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को अच्छी ट्रेनिंग मिले और वह देश का नाम रोशन कर सकें।
मुख्यमंत्री – छिंदवाड़ा में स्किल सेंटर की शुरुआत की। मेरे ऊपर 21 लाख लोगों की जिम्मेदारी है तो उन सबके लिए ऐसा क्या करुं, जिससे वह स्किल्ड हों और उन्हें रोजगार मिल सके। मैं बता देना चाहता हूं कि स्किल इंडिया का नारा तो 5 साल से सुनाई दे रहा है। मैं 14-15 साल पहले ही छिंदवाड़ा में स्किल सेंटर शुरू कर दिया था। उन्होंने छिंदवाड़ा में रोजगार बढ़ाने के लिए करीब 12-13 साल पहले स्किल सेंटर के बारे में सोचा और इस दिशा में काम शुरु किया। उन्होंने कहा कि अब विश्व में सबसे ज्यादा स्किल सेंटर छिंदवाड़ा में हैं।