भोपाल। प्रदेश में रात भर हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सभी बांध लबालब हो गए है। होशंगाबाद में नर्मदा नदी का पानी खतरे के निशान से ग्यारह फीट ऊपर बह रहा है। जिले में बाढ़ से बिगड़े हालात से निपटने सेना के हेलीकॉप्टर बुलाए गए है। एनडीआरएफ की दो टीमें भी पहुंच गई है।
प्रदेश भर में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की सभी टीमों को अलर्ट किया गया है। जहां जैसी जरूरत पड़ेगी टीक को वहां भेजा जाएगा।
इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिवृष्टि और बाढ़ से उपजे हालात की समीक्षा करने बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में अफसरों को सभी प्रभावित स्थानों पर पर्याप्त आपदा राहत इंतजाम करने और पर्याप्त राहत इंतजाम करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की सभी टीमों को अलर्ट किया है आवश्यकता होने पर टीम का तुरंत डिप्लायमेंट किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सीहोर, रायसेन, सागर अंचल के दौरे पर जाने वाले थे लेकिन बारिश और मौसम की खराबी की वजह से उन्होंने अपने सभी दौरे निरस्त कर दिए है।
अतिवृष्टि और बाढ़ से उपजे हालात की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा,जलसंसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी सहित पुलिस और प्रशासन के अफसर मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी कमिश्नर, आईजी और अन्य अफसरों के साथ बाढ़ और अतिवृष्टि को लेकर चर्चा की।
मुख्यमंत्री के निवास पर उच्च स्तरीय बैठक में बताया गया कि प्रदेश के सभी बांधों का लेबल फुल हो गया है। तवा डेम के तेरह में से तेरह गेट खोले गए है। इंदिरा सागर के 22 गेट खोले गए है। आकंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट खोले गए है। राजघाट में 18 में से 14 गेट खोले गए है। बरगी के 21 में से 17 गेट खोले गए है। मंडला पेंच बांध के सभी गेट खोले गए है। बैठक में बताया गया कि जबलपुर संभाग के छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर में सर्वाधिक बारिश हुई है। छिंदवाड़ा में अतिवृष्टि से कई निचले इलाके जलमग्न हो गए है। छिंदवाड़ा के बेलखेड़ा में डेढ़ सौ लोगों को सुरक्षित कैंप में पहुंचाया गया है। भोपाल संभाग में रायसेन में सर्वाधिक बारिश हुई है। मुख्यमंत्री ने सभी कमिश्नरों से संभागवार बारिश और उससे उपजे हालात की जानकारी ली।