मिजाजीलाल जैन

इंदौर। आचार्य विद्यासागरजी के चरण 20 साल बाद इंदौर की सीमा में पडे। सोमवार दोपहर 3 बजे उनका मंगल प्रवेश हुआ। आचार्य चोरल से 4 किमी आगे ग्वालू पहुंचे। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से उन्होंने बलवाडा से सिर्फ 4 किमी विहार किया। सामान्य तौर पर आचार्य रोजाना 8 से 10 किमी विहार करते हैं। रात्रि विश्राम के बाद आज मंगलवार दोपहर वे इंदौर की तरफ विहार करेंगे। आचार्य के संघस्थ ब्रह्मचारी सुनील भैया ने बताया कि महाराज के साथ 31 पिच्छी आचार्य संघ में हैं। आगामी दिनों में दो महाराज और आने वाले हैं।

तस्वीर वर्ष 1999 की है। जब आचार्य विद्यासागरजी का इंदौर में मंगल प्रवेश हुआ था। गोम्मटगिरि तीर्थ पर उन्होंने चातुर्मास किया। इस दौरान नियमित प्रवचन भी होते थे। देशभर से बडी संख्या में उनके अनुयायी उनके दर्शन के लिए आए थे।

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