2018 में आ रहे मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अब नई मशीनें आएंगी। पुरानी मशीनों को उठाकर गोदाम में डंप कर दिया गया है। सांध्यदेश डाॅट काॅम के सूत्रों के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव भी नई मशीनों से ही कराए जाएंगे। प्रदेश में करीब 50 हजार ऐसी मशीनें हैं जो 2000 से 2003 के बीच बनी हुई है। इन मशीनों को नष्ट करवाया जाएगा।
इस संबंध में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एसएस बंसल ने सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। सांध्यदेश डाॅट काॅम के सूत्रों के अनुसार बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने पत्र लिखा था कि 15 साल पुरानी बनी ईवीएम मशीनों की गिनती कर उन्हें अलग से वेयर हाउस या गोडाउन में रखवा दिया जाए। भोपाल में जिला प्रशासन ने ईवीएम मशीनें गिनवाकर अलग रख दी है। ऐसा कोर्ट में दायर याचिकाओं के कारण किया जा रहा है। सांध्यदेश डाॅट काॅम के सूत्रों के अनुसार आयोग ने कहा था कि 2000 से 2003 तक की ईवीएम को न्यायालय की अनुमति के बाद ही उन्हें वेयर हाउस में रखवाएं। यदि वे इन मशीनों को निर्णय होने तक सुरक्षित रखने को कहें तो इस आदेश का पालन किया जाए।