उज्जैन | मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने संतों की मौजूदगी में बुधवार को कहा कि देश में इस समय संस्कृति और परंपरा को मजबूत करने वाली सरकार है। भाजपा ने बुधवार को आयोजित सामाजिक समरसता कार्यक्रम को ऐन वक्त पर संत समागम में बदल दिया। परिणामस्वरूप सभी संत इस मंच पर आए। शाह ने इस मौके पर आदि शंकराचार्य का स्मरण किया और सनातन धर्म की व्यवस्था और कुंभ समागम को उन्हीं की देन बताया।
शाह ने कहा, “इस समय देश में एक ऐसी सरकार विद्यमान है, जो देश की संस्कृति और परंपरा को मजबूत करना चाहती है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी संतों को प्रणाम करता हूं।”उन्होंने आगे कहा, “कुंभ वह मौका है, जब देश ही नहीं दुनिया के संत एक स्थान पर एकत्रित होते हैं और श्रद्घालु उनके पूजन-अर्चन करते हैं। यह ऐसा मेला है, जिसमें बिना निमंत्रण के लाखों लोग एक ही स्थान पर आकर स्नान करते हैं।
भाजपा नेता ने कहा, “प्रबंधन का अभ्यास करने वालों के लिए भी यह आश्चर्य की घटना है। क्योंकि दुनिया भर के संत और लाखों श्रद्घालु एक स्थान पर कैसे आते हैं और कैसे रहते हैं। वे आते हैं, स्नान करते हैं और चले जाते हैं। जिन चार स्थानों पर यह कुंभ होता है, वहीं संतों के आशीर्वाद से ईश्वरीय व्यवस्था होती है।”ज्ञात हो कि भाजपा ने दलित संतों के साथ स्नान और सहभोज के सामाजिक समरसता कार्यक्रम की घोषणा की थी, जिसका विभिन्न संतों ने विरोध किया था। उनका आरोप था कि इस आयोजन के जरिए साधु-संतों को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश की गई है। यही कारण है कि अंतिम समय में भाजपा ने बड़ा बदलाव किया। यह कार्यक्रम बाल्मीकि धाम में हो रहा है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा है कि पहले उनका विरोध था, क्योंकि संतों की कोई जाति नहीं होती है, मगर तब इस आयोजन को दलित संतों का आयोजन बनाया गया था, अब ऐसा नहीं है, इसीलिए सभी संत एक मंच पर आए हैं और सभी संत अमित शाह के साथ क्षिप्रा नदी के बाल्मीकि घाट पर स्नान करेंगे।
भाजपा के इस समागम मंच पर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी, सत्यमित्रनंद, नरेंद्र गिरी, हरि गिरी, बाल्मीकि धाम के उमेश नाथ सहित अनेक अखाड़ों के संत मौजूद रहे। आयोजन के मंच पर पहुंचे शाह ने संतों को माला पहनाकर और शाल-श्रीफल देकर उन्हें सम्मानित किया। शाह बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे नियमित उड़ान से इंदौर के देवी अहिल्याबाई होल्कर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा इंदौर पहुंचे, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के अलावा अन्य नेताओं ने उनकी अगवानी की।