भोपाल । गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज ‘एफ.आई.आर-आपके द्वार’ योजना का शुभारंभ किया। पाँच दिवस पूर्व डॉ. मिश्रा द्वारा इस संबंध में निर्देश दिये गये थे। पुलिस द्वारा मात्र पाँच दिवस में योजना को अमलीजामा पहनाकर प्रदेश में लागू किया गया है। इस प्रकार की योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य मध्यप्रदेश बन गया है।गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने आज नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफ.आई.आर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निवारण आसानी से हो सकेगा। प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये जनता को थाने तक नहीं जाना पड़ेगा। थाना उनके द्वार तक पहुँचेगा। पुलिस विभाग की यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर उन्होंने हेल्पलाइन ‘डायल 112’ की भी शुरूआत की। इस हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करने से एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएँ जनता को तुरंत उपलब्ध हो सकेगी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उपेन्द्र जैन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार एस.के. झा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण उपस्थित थे।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि ‘एफ.आई.आर.-आपके द्वार’ योजना 11 संभागीय मुख्यालयों के एक शहरी थाना और एक ग्रामीण थाने और गैर संभागीय मुख्यालय दतिया के एक शहरी थाना सहित पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 23 थानों में प्रारंभ की गई है। उन्होने कहा मध्यप्रदेश की डायल 100 सेवा ने जनता का दिल जीता है। सड़क दुर्घटनाओं में लोगों को अस्पताल पहुँचाकर अनेकों की जान बचाई जा चुकी है। अब शिकायत प्राप्त होते ही डायल 100 शिकायतकर्ता के घर जाकर एफ.आई.आर. दर्ज करेगी।
पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने इस अवसर पर जानकारी दी कि डायल 100 में एफ.आई.आर. दर्ज करने के लिये प्रशिक्षित प्रधान आरक्षक रहेंगे। सामान्य प्रकार की शिकायतों की डायल 100 द्वारा मौके पर ही एफ.आई.आर. दर्ज की जायेगी। गंभीर शिकायतो पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर निर्णय लिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एफ.आई.आर-आपके द्वार योजना 31 अगस्त तक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में चलेगी। इसके बाद इसका आंकलन किया जाएगा और व्यवस्था को पुख्ता बनाकर आवश्यक सुधार व परीक्षण उपरांत पूरे प्रदेश में लागू किया जायेगा।
‘एफ.आई.आर.-आपके द्वार’ योजना के शुभारंभ के बाद डायल 100 के एफआरव्ही – 49 वाहन पर पहली एफ.आई. आर. जवाहर चौक भोपाल के सुनील चतुर्वेदी ने दर्ज करायी। उन्होंने अपनी गाड़ी एमपी 04 एसटी 0959 की चोरी होने संबंधी शिकायत डायल 100 पर की थी।
हेल्पलाइन ‘डायल 112’ की शुरूआत
मंत्री डॉ. मिश्रा ने इस अवसर पर इमरजेन्सी रिस्पांस सिस्टम अंतर्गत ‘हेल्पलाइन डायल 112’ का शुभारंभ करते हुए बताया कि 112 नम्बर पर डायल करने से जनता को एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएँ एक ही नम्बर पर उपलब्ध हो सकेंगी। कंट्रोल रूम से शिकायतों का वर्गीकरण किया जाकर तत्काल संबंधित विभागों से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा सकेगा। डायल 112 की शुरूआत कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
पुलिस के प्रति जनता की सोच में आया है बदलाव
मंत्री डॉ. मिश्रा ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण काल में पुलिस ने उसी प्रकार से जनता की सेवा की है जैसे सेना के जवान सरहदो पर देश की सुरक्षा में जी-जान से जुटे रहते हैं। इतनी गर्मी में पीपीई किट पहनकर जनता की सेवा करने वाले पुलिस जवानों ने जनता की सोच को बदलकर रख दिया है। डॉ. मिश्रा ने जान को जोखिम में डालकर कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों का अभिनंदन किया।