प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने पहुंच गए हैं. विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल सतपाल मलिक और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शिरकत कर रहे हैं. शताब्दी समारोह के कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया.
-नीतीश की मांग पर पीएम मोदी ने कहा कि केंद्रीय यूनिवर्सिटी बीते हुए कल की बात है. मैं आगे ले जाना चाहता हूं.
-पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास टैलेंट की कमी नहीं है. आज हमारे पास 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम के युवा की है. मेरा हिंदोस्तान जवां है, मेरे हिंदोस्तान की सपने भी जवां है.
-पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्टअप की दुनिया में आज भारत चौथे नंबर पर खड़ा है, देखते देखते वह नंबर 1 पर होगा.
-पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया हमें सांप संपेरों का देश मानती थी. पहले वह सोचते थे भारत यानी भूत प्रेत, भारत माने अंधविश्वास. लेकिन जब आईटी रेवोल्यूशन में हमारे बच्चों ने ऊंगलियों पर दुनिया दिखाना शुरू कर दिया तो दुनिया की आंखें खुल गई.
-पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में वही देश विकास कर सकता है जो इनोवेशन को लागू करे.
-पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य है दिमाग को खाली और खुला करना लेकिन हमारा जोर हमेशा दिमाग को भरने में रहा. अब बदलाव लाना होगा.
-पीएम मोदी ने कहा कि आज की चुनौती यह नहीं है कि क्या नया सिखाएं, बल्कि यह है कि पुराना कैसे भूलाएं. अनलर्न करना, लर्न करना, रीलर्न करना आज की जरूरत है. दिमाग खोलने का अभियान चलाना होगा. दिमाग जब खाली होगा तो नए चीजों को भरने की जगह बनेगी.
-पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में सरस्वती और लक्ष्मी को एक साथ चलाना है
– पीएम मोदी ने कहा कि जितनी पुरानी गंगा धारा है, बिहार के पास उतनी पुरानी ज्ञान धारा की विरासत है. नालंदा को कौन भूल सकता है.
-चीनी कहावत की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर आप पीढ़ियों का सोचते हैं तो मनुष्य बोइए. यह पटना यूनिवर्सिटी इसका उदाहरण है. जो बीज 100 साल पहले बोया गया, उसी का फल है कि कई लोगों ने मां सरस्वती की पूजा की और साथ ही इस देश को काफी कुछ दिया. पीएम मोदी ने कहा कि सिविल सर्विसेज परीक्षा में पहले पांच में कोई स्टूडेंट न हो ऐसा नहीं हो सकता है. बिहार के पास सरस्वती मां की कृपा है, लक्ष्मी की कृपा भी बन सकती है.
-पीएम मोदी ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ की.
-भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पहले जितने प्रधानमंत्री हो गए वह मेरे लिए कई अच्छे काम छोड़कर गए हैं.
-पीएम मोदी के भाषण देने आते ही स्टूडेंट मोदी मोदी चिल्लाने लगे.
समारोह में नीतीश कुमार ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि पटना यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज में पढ़ाई करना सौभाग्य की बात, इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं जाना चाहते थे. नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश उत्सव में हिस्सा लिया था, तभी यह बात हुई थी कि पीएम अलग से फिर पटना आएंगे. साथ ही नीतीश ने पीएम से पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी की मांग की और पीएम मोदी से कहा कि सभी आपकी तरफ बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो बतौर पीएम पटना यूनिवर्सिटी आए हैं. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय नहीं होता तो जेपी आंदोलन नहीं हुआ होता. इससे पहले पटना एयरपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत सीएम नीतीश कुमार और राज्यपाल सतपाल मलिक ने किया. प्रधानमंत्री के पटना यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम पर रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री हमारे यूनिवर्सिटी में आ रहे हैं. इसके गौरवशाली अतीत को वापस लाना हमारा मकसद है.
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मुताबिक, वे शनिवार को पटना में करीब साढ़े चार घंटे रुकेंगे. वे सुबह 10.40 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वहां से प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर के जरिये साइंस कॉलेज पहुंचेंगे, जहां विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह का मुख्य कार्यक्रम होगा. इनके अलावा केंद्रीय मंत्रियों में रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, उपेंद्र कुशवाहा और अश्विनी कुमार चौबे भी इस समारोह में हिस्सा लिया है.
बिहार को देंगे कई सौगात
विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष समारोह के आयोजन के बाद प्रधानमंत्री एयरपोर्ट के लिए 12.15 बजे रवाना होंगे. वहां से वे हेलीकॉप्टर में मोकामा जाएंगे, जहां वे 4000 करोड़ रुपये की कुछ योजनाओं को लॉन्च करेंगे. इनमें राष्ट्रीय हाईवे से जुड़े 3031 करोड़ रुपये के चार प्रोजेक्ट और 738.04 करोड़ रुपए के तीन प्रोजेक्टों का शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री मोकामा में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. ढाई बजे प्रधानमंत्री पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे जहां से 3.10 बजे वे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे.
बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सरकार आऩे के बाद से प्रधानमंत्री का ये दूसरा दौरा होगा. साथ ही सरकार बनने के बाद ये पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साथ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे.
हालांकि ये समारोह विवाद के साये से अछूता नहीं रहा है. बीजेपी नेता और पटना साहिब लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि स्थानीय सांसद होने के बावजूद इस समारोह का निमंत्रण उन्हें नहीं मिला जिसकी वजह से वो आहत हैं. वहीं पटना विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा को भी कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया है.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद इस समारोह का निमंत्रण मिलने के बावजूद इसमें हिस्सा नहीं लेंगे. लालू अपनी पत्नी राबड़ी देवी और पुत्र तेजस्वी यादव बीते एक हफ्ते से दिल्ली में हैं. वे लगभग हर दिन प्रवर्तन निदेशालय (ED), आयकर विभाग और सीबीआई के सवालों का सामना कर रहे हैं.
वहीं पटना विश्वविद्यालय के छात्रों की मांग है कि प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की घोषणा करें जो कि कभी बिहार का चमकता गौरव होती थी, दोबारा उस महिमा को प्राप्त कर सके.