पन्ना ! पवई मुख्यालय से लगभग 15 किलो मीटर दूर ग्राम देवरीसरकार में गत दिनांक 10 जून 2016 को जमीनी विवाद को लेकर हुये दोहरे हत्याकाण्ड में शामिल एक ही परिवार के सात लोगो को पुलिस ने घटना के 24 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि घटना होने के उपरांत इतनी जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाये। जमीनी विवाद पर से किशोर सिंह राजपूत ने अपने सगे भतीजे मलखान सिंह को गोली मारी इस घटना के परिणाम स्वरूप मलखन के पिता मुन्ना उर्फ सुरेश सिंह, चाचा हनुमत सिंह, भाई बृजेन्द्र सिंह, अरविन्द सिंह, धर्मेन्द्र सिंह ने कट्टो से फायर कर, बन्दूक की बट एवं लात घूसो से पीट-पीट कर किशोर सिंह की हत्या कर दी।
इस सब घटना पर पवई पुलिस ने अपराध क्रमांक 100/16 धारा 307, 302, 34 ता.हि. में आरोपी रावेन्द्र सिंह पिता किशोर सिंह राजपूत एवं पुष्पेन्द्र सिंह पिता किशोर सिंह राजपूत को ग्राम देवरीसरकार से गिरफ्तार किया गया। एवं अपराध क्रमांक 101/16 धारा 147, 148, 149 307, 302 ता.हि. के आरोपी मुन्ना उर्फ सुरेश सिंह पिता द्वारिका प्रसाद, हनुमत सिंह पिता द्वारिका प्रसाद, अरविन्द पिता सुरेश सिंह, बृजेन्द्र पिता सुरेश सिंह, धर्मेन्द्र पिता हनुमत सिंह को ग्राम बेली से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी करने वालो में ये रहे शामिल : आरोपियो की गिरफ्तरी में एसडीओपी पवई अमरनाथ वर्मा, नगर निरीक्षक पवई उदयभान सिंह यादव, नगर निरीक्षक अमानगंज अरविन्द सिंह दांगी, थाना प्रभारी रैपुरा सुधीर कुमार बेगी, उपनिरीक्षक एमके पाण्डेय, पूजा सिंह बघेल, पीएसआई अंजली तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक केएस ठाकुर, फरजन्द अली, प्रधान आरक्षक हेतराम शुकल, हाकिम सिंह, जोहर सिंह, आरक्षक अमृत सिंह तोमर, अशोक कुमार, फन्दूलाल, कृष्णकांत, दशरथ, बालमुकुन्द, गजेन्द्र उरमलिया, इन्दर सिंह, पंकज सिंह, सैनिक पूरन सिंह, वीरेन्द्र सिंह, एसएएफ देवेन्द्र तिवारी, लखनलाल, पुष्पेन्द्र, कालूराम, जमुना प्रसाद, रामकिशोर चौंबे की भूमिका रही।
उक्त दोनो घटनाये उस वक्त घटी जब यह परिवार पैत्रिक सम्पत्ति के बटवारा को लेकर स्वयं के खेत पर थे तथा काफी दिनो से जमीन बटवारे को लेकर राजपूत परिवार में तनातनी का माहोल देखा जा रहा था। सूत्रो के मुताबिक इनकी जमीन का प्रकरण पिछले दस वर्षो से न्यायालय में चल रहा है। दोनो ही पक्ष बटवारे को लेकर राजस्व विभाग पवई में आवेदन कर चुके थे। राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी भी बटवारे के विवाद को निपटाने के लिए घटना दिनांक को देवरीसरकार पहुॅचे थे इस बीच किशोर सिंह तथा उसके भतीजे मलखान के बीच वाद-विवाद इतना बढा की किशोर सिंह ने अपने भतीजे मलखान को गोली से छलनी कर दिया। उक्त घटना के बाद दोनो परिवार के बीच भी खूनी संघर्ष हुआ। अन्तत: कलयुग की कहावत चरित्रार्थ हुई और आखिर कार जमीन को लेकर हुये विवाद में दोनो ही परिवार को जनहानि का सामना करना पड़ा।

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