छतीसगढ। छतीसगढ प्रदेश के बेमेतरा जिले के दाढी थाना क्षेत्र में एक बार फिर दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है। किशोरी से दुष्कर्म करने में सफल नहीं होने पर आरोपियों ने उस पर कैरोसिन डालकर आग लगा दी। अस्पताल में दो दिन तक जीवन और मौत से संघर्ष करने के बाद आखिरकार पीडिता की सांसें थम गईं, लेकिन मौत से पहले उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में नामजद बयान दे दिया।
घटना दाढी थाना अंतर्गत आने वाले एक गांव में सोमवार दोपहर की है। बताया जाता है कि किशोरी बकरी चराने के लिए खेतों की ओर गई थी। इसी दौरान दो आरोपियों ने उसे अकेला पाकर दुष्कर्म करने की कोशिश की। पीडिता के विरोध के चलते वे जब उसमें सफल नहीं हो पाए तो कैरोसिन डालकर आग लगा दी। घटना की जानकारी गांव तक पहुंची तो परिजनों ने उसे बेमेतरा जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया गया।
मंगलवार को डॉक्टरों की इजाजत के बाद रायपुर पुलिस ने बच्ची का बयान लिया, जिसमें उनसे बताया कि गंदे काम में सफल नहीं हो पाने पर गांव के दो लडकों ने उसे जला दिया। इसके बाद रायपुर पुलिस ने मामला दाढी थाने भेज दिया। बुधवार को बच्ची की मौत हो गई। इस पर पुलिस ने आरोपी शरद जायसवाल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरा आरोपी फरार है। पुलिस के मुताबिक वह नाबालिग है।
दाढी थाना प्रभारी सुरेश कश्यप ने बताया कि किशोरी से दुष्कर्म में सफल नहीं हो पाने पर उसे जला देने की घटना सामने आई है। इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बच्ची के परिजनों से भी जानकारी ली जा रही है।
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