बॉलीवुड के जाने माने खलनायक प्राण को हाल ही मैं बॉलीवुड के शीर्षस्थ सम्मानों में से एक दादा साहब फाल्के सम्मान से नवाजा जाएगा। प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद है लेकिन लोग इन्हें प्यार से प्राण ही बुलाते हैं क्योंकि फिल्मों में हमेशा ही प्राण ने ऐसे खलनायक के किरदार किये हैं जिनसे लोग नफरत करने को मजबूर हो जाते थे। इसलिेए लोग इन्हें प्राण के ही नाम से जानते हैं। पुरानी फिल्मों में जब भी खलनायक के किरदार की बात होती थी तो प्राण ही सबके फेवरेट होते थे। प्राण का होना फिल्म की सफलता का मंत्र माना जाता था।
दिलीप कुमार से लेकर अमिताभ तक की फिल्मों में प्राण ने विलेन का किरदार निभाया है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार के तहत प्राण को स्वर्ण कमल, एक शॉल और 10 लाख रुपये का चेक दिया जाएगा। प्राण दादा साहब फाल्के सम्मान पाने वाले 44वें एक्टर हैं। प्राण को इस सम्मान देने का फैसला प्रतिष्ठित हस्तियों की एक समिति की सिफारिश पर दिया जा रहा है। इस समिति को लगा कि प्राण इस सम्मान के हकदार हैं क्योंकि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को अपना काफी योगदान दिया है। प्राण ने अपने करियर में अभी तक मधुमती, राम और श्याम, जंजीर जैसी लगभग 350 फिल्मों से भी कहीं ज्यादा फिल्मों में काम किया है। प्राण ने अपना करियर लाहौर में एक फोटोग्राफर के तौर पर शुरु किया था। उसके बाद उन्हें पंजाबी फिल्म यमला जट के लिए ऑफर मिला तो प्राण ने उस फिल्म में काम किया और वहां से उनका एक्टिंग का करियर शुरु हुआ। प्राण से पहले दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाने वाले सेलिब्रिटीज में सत्यजीत रे, देव आनंद, यश चोपड़ा शामिल हैं। पिछले साल इस सम्मान से बांग्ला एक्टर सौमित्र चैटर्जी को सम्मानित किया गया था। स्टारडस्ट मैगजीन ने साल 2000 में प्राण को सहस्त्राब्दि के खलनायक पुरस्कार से सम्मानित किया था। इसके अलावा 1967, 1969 और 1972 में उन्हें फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड दिया गया था। कहा जाता है कि प्राण को खलनायक के किरदार के लिए नायकों से भी ज्यादा पैसे दिये जाते थे।