लंदनः ब्रिटेन के शहर लंदन में लोग सड़कों पर चलने से डरने लगे हैं। इसका कारण ट्रैफिक या सड़क हादसे नहीं बल्कि एसिड हमले हैं। हमलावर लूटपाट के लिए राहगीरों पर एसिड हमले कर रहे हैं। पूर्वी लंदन निवासी डिलीवरी राइडर जबेद हुसैन ने बताया कि वह एक रात ट्रैफिक लाइट पर खड़ा था कि 2 हमलावरों ने उसके चेहरे पर एसिड छिड़का और उसकी मोपेड छीन कर ले गए।
इसी तरह के एसिड अटैक दिनों दिन यहां बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस इन पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है। एसिड हमलों से दहशतजदा लंदनवासी सड़कों पर जाने से डरने लगे हैं और इनके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं । लंदन में पिछले साल में 454 एसिड हमलों का आंकड़ा सामने आया है जबकि 2015 में हमलों की संख्या 261 और 2014 साल में 166 थी।
अब इस मामले में ब्रिटिश सरकार ने हस्तक्षेप करते हुए लंदन पुलिस बल को इस अपराध लहर से निपटने के लिए लोगों से मदद लेने के लिए कहा है। लंदन स्थित एसिड सर्विइवर्स ट्रस्ट इंटरनैशनल के प्रमुख जेफ शाह ने कहा कि पीड़ित “अविश्वसनीय रूप से मजबूत, लचीले और साहसी व्यक्ति होते हैं जो इस हादसे का मुकाबला कर पाते हैं।”
उन्होंने कहा, “क्योंकि जब आप इस तरह के हमले के तबाही को ध्यान में रखते हैं, तो इसके लिए एक बड़ी ताकत की आवश्यकता होती है जिससे वह ठीक हो जाए “। शाह ने एसिड खरीदने वाले लोगों को रोकने के लिए नियमन की कमी को दोषी ठहराया है।गृह सचिव एम्बर रुड ने अक्टूबर में नए प्रस्ताव पेश किए थे ताकि लोगों को एसिड की खरीद वैध साबित करने के लिए मजबूर किया जा सके ।