इन्दौर।  उद्योग क्षेत्र में निवेश जुटाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा तीसरी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 28 से 30 अक्टूबर तक इंदौर में की जा रही है। इसमें देश.विदेश के 2 हजार से अधिक व्यापार.उद्योग प्रतिनिधि भाग लेंगेए जिनमें इस क्षेत्र की अनेक स्वनामधन्य हस्तियाँ शामिल हैं। बीस देश की 500 से अधिक कम्पनियों के प्रतिनिधि भी इसमें शिरकत करेंगे।

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पहली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अक्टूबर 2007 में इंदौर में और दूसरी समिट अक्टूबर 2010 में खजुराहो में की गई थी। इसके अलावा वर्ष 2008 में जबलपुरए सागर और ग्वालियर में रीजनल समिट की गई थीं।

इंदौर में होने वाली समिट के लिए लम्बे समय से तैयारियाँ चल रही हैं। इस सिलसिले में इसी साल 11.12 मई को इन्दौर में ही एग्री बिजनेस समिट की गई थीए जिसमें देश और दुनिया के निजी क्षेत्र के बड़े निवेशकोंए सलाहकारों और विशेज्ञषों ने हिस्सा लिया था। इसमें प्रदेश में कृषि क्षेत्र तथा कृषि व्यवसाय से जुड़े अनेक मुद्दों पर पेनल चर्चाएँ की गई थीं। चर्चाओं में राज्य शासन के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया था।

इसके बाद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीयए शासन के अधिकारियों तथा व्यवसायिक हस्तियों के एक प्रतिनिधि.मण्डल ने इसी वर्ष जून माह में जापानए साउथ कोरिया तथा सिंगापुर की यात्रा कर वहाँ निवेशकों तथा उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं से अवगत करवाया था। इस प्रतिनिधि.मण्डल ने इन देशों में वहाँ के मंत्रियोंए सरकारी अधिकारियोंए निगमों और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा की। इन देशों में स्थित विभिन्न उद्योगों का प्रतिनिधि.मण्डल ने अध्ययन.भ्रमण भी किया।

जापान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने स्मार्ट कम्यूनिटी कन्सोर्टियम्सए मुराता मशीनरी लिमिटेडए मरुवेनी कार्पोरेशनए फ्युजिकिन कार्पोरेशनए सोनी तथा मित्सु के वरिष्ठ अधिकारियों तथा प्रतिनिधियों से उच्च.स्तरीय चर्चा की।

दक्षिण कोरिया में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने वहाँ की बड़ी कम्पनियों के लोगों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कोरिया के निवेशकों को मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रानिक पार्क विकसित करने की पेशकश की। वह सांग डू टाउन भी गएए जो वहाँ की हाईटेक सिटी है।

सिंगापुर यात्रा में मुख्यमंत्री से वहाँ के 20 से अधिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने सिंगापुर के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री लिंम हंग क्यांग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने मध्यप्रदेश और सिंगापुर के बीच व्यावसायिक संबंध बढ़ाने पर विचार किया। विशेष रूप से अधोसंरचना विकासए कौशल विकास और पर्यटन विकास पर चर्चा की गई।

इसके बाद श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुणेए मुम्बई और दिल्ली में रोड शो कर व्यवसाइयों और निवेशकों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान देश के अग्रणी उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर मध्यप्रदेश में निवेश की रूचि दिखाई।

अन्य कदम

इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के संदर्भ में मध्यप्रदेश सरकार ने अनेक कदम उठाएँ हैंए जिनमें कुछ नीतियों में संशोधन तथा नीतियों की घोषणा शामिल है। राज्य सरकार ने उद्योग संवर्धन नीति में संशोधन किया है। इसमें एग्री बिजनेस एवं फुड प्रोसेगिंगए टेक्सटाइलए ऑटोमोटिव और ऑटो कम्पोनेंटए पर्यटनए फार्मास्युटिकलए बॉयो टेक्नोलॉजीए आईण्टीण्ए हेल्थ केयरए कौशल विकास तथा लॉजिस्टिक्स एवं वेयर हाउसिंग को फोकस सेक्टर में रखा गया है। इसमें उद्योगपतियों को नई रियायतें और सुविधाएँ दी गई हैं।

राज्य सरकार ने नई सूचना प्रौद्योगिकी निवेश नीति 2012 को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य राज्य में आईण्टीण् क्षेत्र में निवेश को बढ़ानाए प्रदेश के युवा वर्ग के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अधिकतम अवसर निर्मित करनाए कस्बों में विकास और आधारभूत संरचना के अवसर बढ़ाना तथा आईण्टीण् पार्कध्निवेश क्षेत्र में आईण्टीण् इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहन देना है। राज्य सरकार आईण्टीण् कम्पनियों को 33 वर्ष की जगह अब 99 वर्ष की लीज पर जमीन देने का निर्णय लिया है।

राज्य सरकार ने हॉर्टिकल्चर हब नीति को भी मंजूरी दी है। इस वित्तीय वर्ष में 4 हार्टिकल्चर हब की स्थापना की जा रही है। इसी प्रकार स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में निजी निवेश के लिए नीति लागू की गई है। इसमें स्वास्थ्य सेवाओं को उद्योग का दर्जा दिया गया है। राज्य सरकार ने टेक्सटाइल उद्योग को महाराष्ट्र और गुजरात की तरह विशेष पैकेज देने का भी निर्णय लिया गया है।

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