ग्वालियर। भिण्ड जिले के औद्यौगिक क्षेत्र मालनपुर में एक नवजात 3 दिन की बच्ची को पुलिस ने झाडियों से बरामद किया है। लावारिस मिली बच्ची को भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
भिण्ड जिला मुख्यालय से 60 किलो मीटर दूर औद्यौगिक क्षेत्र मालनपुर में गैस गोदाम का कर्मचारी गौतम जाटव काम पर आया तभी गोदाम के पिछवाडे झाडियों से बच्ची के रोने की आवाज आई तो उसने मालनपुर पुलिस को सूचना दी।
गोहद के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अमरनाथ वर्मा ने बताया कि नवजात कन्या को झाडियों से उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द गोहद्र में भर्ती कराकर उसका परीक्षण कराया गया जहां सं उसे भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बच्ची के अज्ञात माता-पिता के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश शुरु कर दी है। मालनपुर में एक पखवाडे में यह दूसरी लावारिस बच्ची मिली है।
भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती नवजपत कन्या का इलाज कर रहे डॉं. सुनील सिंह ने बताया कि बच्ची को इंफेक्शन हो गया है। कल बच्ची की जांच के साथ पीलिया की भी जांच कराई जायेगी। अभी बच्ची की हालत ठीक नहीं कही जा सकती।
चंबल संभाग के भिण्ड जिले में लडकियों को आज भी अभिशाप माना जाता है। यहां लडकियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है। अगर गर्भ में नहीं मारा गया तो जन्म लेने के बाद चुपचाप मार दिया जाता है। जो लोग बच्ची को गर्भ में या जन्म लेने के बाद नहीं मार पाते वो रात के अंधेरे में फेंक आते हैं।
मध्यप्रदेश के चंबल संभाग म्रे भिण्ड जिला एकमात्र ऐसा जिला है जहां एक हजार लडकों पर 835 लडकियां हैं। शासन, प्रशासन के तमाम प्रयासों के वाबजूद भी यहां लडकियों की संख्या में बढोतरी नहीं हो पा रही है।