भोपाल । जनसम्पर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा है कि ज्योतिष एक विज्ञान है, इसे पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान और संस्कृति के अनेक आयाम हैं। योग, वास्तुशास्त्र आदि की तरह ज्योतिष विज्ञान अथवा ज्योतिष शास्त्र एक संपूर्ण विषय और विधा के रूप में स्थापित है।
डॉ. मिश्र ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र के अध्ययन और अनुसंधान के लिए संबंधित संस्थाएं आगे आएं। इसके लिये राज्य शासन पूरा सहयोग करेगा। जनसम्पर्क मंत्री आज यहाँ जे.के. मेडिकल कॉलेज सभागार में अंतर्राष्ट्रीय फलित ज्योतिष महाकुंभ-2018 को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र युवाओं को रोजगार देने में भी उपयोगी है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर जिले के डबरा में नवगृह पीठ शीघ्र ही प्रारंभ की जा रही है। इस नवगृह पीठ द्वारा ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा। डॉ. मिश्र ने ज्योतिष महाकुंभ में आए सभी प्रतिनिधियों को डबरा सम्मेलन में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया। जनसम्पर्क मंत्री ने ज्योतिष महाकुंभ प्रत्येक तिमाही में आयोजन करने का सुझाव भी दिया ताकि इस विषय के व्यापक महत्व से जन-सामान्य भी अवगत और लाभान्वित हो। डॉ. मिश्र ने इस मौके पर इन्टलेक्चुअल एस्ट्रालॉजिकल सोसायटी द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
ज्योतिष महाकुम्भ के प्रारंभ में सोसायटी के संरक्षक, पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी और सेवा-निवृत्त पुलिस महानिदेशक एस.एस.लाल ने सोसायटी की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर सेवा-निवृत्त पुलिस महानिदेशक रमन कक्कड़, मुख्य महाप्रबंधक दूरसंचार परिमण्डल मध्यप्रदेश महेश शुक्ला, हेमचन्द्र पाण्डे, डॉ. पुष्पा चौहान सहित सोसायटी के अन्य पदाधिकारी और देश के विभिन्न स्थानों से आए ज्योतिषविद उपस्थित थे।