भोपाल। प्रदेश के पूर्व लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने एक प्रेस वार्ता में प्रदेश सरकार पर झूठे सपने दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले कानून लायें फिर सपने दिखायें। 2करोड़ लोगों को हर साल नौकरी का वादा करके मोदी सरकार 16 करोड़ लोगों की नौकरी खतम कर चुकी है।
वर्मा ने कहा कि  प्रदेश में शिक्षकों की क्या स्थिति है, लगातार अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर प्रदेश के सत्तर हजार से अधिक अतिथि शिक्षक सरकार के विरोध में प्रदर्शन तथा आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश की अपरिपक्व शिवराज सरकार इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है।

आज प्रदेश में शिक्षकों की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है कोरोना महामारी के चलते शिक्षकों को अपना पेट भरने तक की समस्या खड़ी हो गई है| महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी के चलते हमारे प्रदेश में बच्चों का भविष्य बनाने वाले शिक्षकों का क्या कसूर है? उनको किस बात की सजा शिवराज सरकार दे रही है? यदि सरकार अन्य कर्मचारियों को वेतन दे सकती है तो अतिथि शिक्षकों को क्यों नहीं?प्रदेश की नींव में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षकों की प्रदेश में यह दशा होगी ऐसी कल्पना कभी नहीं की थी।

आगामी 5 सितंबर को देश शिक्षक दिवस के रूप में मनाएगा लेकिन हमारे प्रदेश में सत्तर हजार से अधिक अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदेश में प्रदर्शन तथा आंदोलन करेंगे| यह प्रदेश के इतिहास में शर्मनाक दिन होगा| जो सरकार शिक्षकों का पेट नहीं भर सकती उसे शर्म से डूब मरना चाहिये।

उन्होंने कहा कि प्रदेश मैं सरकार से निवेदन करता हूँ कि वह अतिशीघ्र इस विषय पर संज्ञान ले और 5 सितंबर शिक्षकों के सम्मान के दिवस के रूप में ही पूरे प्रदेश में मनाया जाए ना कि शिक्षकों के आक्रोश को झेल कर प्रदेश शर्मसार हो।

मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी याद दिलाना चाहता हूं कि उन्होंने अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण तथा वेतन के मुद्दे पर प्रदेश की सड़कों पर उतरने  की धमकी कमलनाथ सरकार को दी थी अब वह कहां है अब तो उनकी पार्टी की सरकार है अब शिवराज उनकी बात क्यों नहीं मान रहे या फिर वह सिर्फ अपने फायदे के लिए अतिथि शिक्षकों की बात कर रहे थे जिससे वह भाजपा के साथ डील कर पाए।

एक और महत्वपूर्ण जानकारी देते हुये वर्मा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के साथ डील करते समय प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाया, वही सिंधिया कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गई 4000 करोड़ की लागत से ग्वालियर से इंदौर की सड़क का भूमि पूजन मेरी मौजूदगी में शिवपुरी में करने आए थे।

यह इस बात का पुख्ता सबूत है कि सिंधिया का विरोध विकास के लिये नहीं सौदेबाजी के लिये था? साथ ही ऐसी अनेकों योजनाएं, परियोजनाएं थी जिन्हें कमलनाथ सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया और सिंधिया उनके भूमि पूजन तथा लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।

उन्होंने सिंधिया द्वारा कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर कहा कि सभी मलाईदार विभाग तो सिंधिया के समर्थकों के पास थे । सिंधिया उनकी जांच क्यों नहीं करवाते?उनके क्षेत्रों में भी करोड़ों रुपए के विकास कार्य कमलनाथ सरकार ने 15 माह के अल्प समय में किए हैं| कमलनाथ जी का प्रदेश के चहुंमुखी विकास को लेकर बनाया गया विजन था जिसमें सभी क्षेत्रों को उन्होंने विकास के मॉडल पर आगे बढ़ाने का भरपूर प्रयास किया| जिन क्षेत्रों में भाजपा के विधायक जीतकर आये उन जगहों पर भी बिना भेदभाव के विकास कार्यों को मंजूरी दी, इंदौर में एलआईजी से लेकर नौलखा तक फ्लाई ओवर की मंजूरी इसका एक उदाहरण है।

खुद की छबि“गद्दार” की बनने से 6 महीने से अपने गृह क्षेत्र ग्वालियर क्यों नहीं गए सिंधिया?
ज्योतिरादित्य सिंधिया जो हमेशा से ही अपने क्षेत्र ग्वालियर को लेकर कहते आए हैं कि यह मेरा घर है| मैं सिंधिया से यह पूछना चाहता हूं कि वह पिछले 6 महीनों से अपने घर क्यों नहीं गए??सिंधिया के पास भोपाल जाने के लिए समय है, दिल्ली में रहने के लिए समय है, इंदौर आने के लिए समय है, लेकिन ग्वालियर जाने के लिए अपने घर जाने के लिए समय नहीं है।

मैं आप सभी को यह बताना चाहूंगा की सिंधिया की छवि उनके क्षेत्र में ही “गद्दार” की बन गई है| उन्होंने अपने परिवार का 1857 की क्रांति का इतिहास दोहराया है| उनके क्षेत्र ग्वालियर की जनता उन्हें एक गद्दार के रूप में देख रही है| इसी तरह का लगातार फीडबैक मिलने के कारण तथा अपने गृह क्षेत्र के लोगों के विरोध की आशंका के चलते सिंधिया अभी तक 6 महीनों से ग्वालियर नहीं गए हैं।
वर्मा ने चुटकी लेते हुये कहा कि जिस भाजपा नेता ने उन्हें इंदौर भोजन पर बुलाया था,वो जजमान खुद ही बंगाल भाग गया ऐसा सम्मान पहली बार दुनिया देख रही है।

वर्मा ने कहा कि इंदौर प्रयर्टी कारीडोर 6000करोड़ के घोटाले की योजना है शिवराज और उनके चापलूस अफसरों और भूमाफियायों ने वहां हजारों एकड़ जमीन खरीद ली है,जबकि यही प्रोजेक्ट मात्र एक हजार करोड़ में वर्तमान फोर लेन के चौड़ीकरण से हो सकता है।

वर्मा ने कोरोना संक्रमितों के साथ घूमकर सार्वजनिक कार्यक्रम करने के लिये सिंधिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने एवं उन्हें 10दिन तक क्वेरेन्टीन करने की मांग की ।

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