भोपाल। राष्ट्रव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत प्रदेश-स्तरीय सड़क सुरक्षा की नोडल एजेंसी पीटीआरआई द्वारा सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों के पालन के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए अभिनव पहल करते हुए अश्वमेध यज्ञ शुरू किया गया है। एडीजी सागर ने बताया कि यातायात नियमों के प्रचार-प्रसार के लिये तैयार किया गया है जो आमजन को निरंतर जागरुक करने का कार्य करेगा। रथ के द्वारा बताया जा रहा है कि जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे , उन्हें कानूनन दंडित किया जाएगा ।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (पीटीआरआई) सागर ने कहा कि ‘अश्वमेध यज्ञ’ की परिकल्पना के तहत एक वाहन को परिवर्तित कर उसमें यातायात के नियमों को सचित्र महिला सुरक्षा के शुभंकर ‘गुड्डी’ के माध्यम से समझाया गया है ।इस अभियान में पीटीआरआई और भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने चौराहों पर लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिये पेम्फलेट वितरित किए। पेम्फलेट में सचित्र संदेश दिया गया है कि तेज गति से वाहन चालन यातायात नियमों का उल्लंघन है, इससे सड़क दुर्घटना हो सकती है और इसमें दूसरों की और स्वयं की भी मृत्यु हो सकती है। इसी प्रकार नाबालिग लड़की या लड़का वाहन न चलाएं। शराब और ड्रग्स के नशे में वाहन न चलाएं। दो पहिया वाहन चलाते समय सिर पर ठीक तरह से गुणवत्तायुक्त हेलमेट पहनें। कार आदि चलाते समय सीट बेल्ट पहने। सड़क पर रेड लाइट जंप न करें। सड़क पर नो एंट्री में वाहन न चलाएं। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। सड़क पर गलत लेन में वाहन न चलायें। माल ढोने वाले वाहन में सवारी न ढोयें और सवारी ढोने वाले वाहन में सामान न ढोयें। सवारी और सामान की ओवर लोडिंग न करें इत्यादि का चित्रण किया गया है।
जनता में कौतूहल बना अश्वरूपी वाहन
एडीजी सागर ने बताया कि पीटीआरआई का अश्वरूपी वाहन भोपाल के चौराहों पर जनता के कौतूहल का विषय बना रहा। रोशनपुरा चौराहा, बोट क्लब, बिट्टन मार्केट, 10 नम्बर आदि चौराहों पर अश्वमेध यज्ञ रूपी वाहन ने जनता को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करने का कार्य किया। चौराहों पर अधिकतर लोग बिना हेलमेट, तीन सवारी दोपहिया वाहन चलाते मिले जिन्हें भविष्य के लिये शुभकामनाएँ देकर समझाइश देकर गंतव्य स्थान के लिये रवाना किया गया।
यातायात नियमों के पालन के लिए एक परिकल्पना है अश्वमेध यज्ञ
एडीजी सागर ने कहा कि यातायात के नियमों के जनजागृति अभियान के लिए अश्वमेध यज्ञ एक परिकल्पना है। उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है कि प्राचीन काल में सम्राट अपने साम्राज्य के प्रभुत्व और शासन का लोहा मनवाने और अपने वर्चस्व को बरकरार रखने के लिए अश्वमेध यज्ञ किया करते थे। जिस किसी को विरोध होता था, उसे शासक-सम्राट से युद्ध करना होता था। इस यज्ञ का उद्देश्य जनता में यातायात के नियमों और अन्य कानूनों के प्रति संवेदनशीलता और उसका सम्मान कर पालन करने की इच्छा-शक्ति को जागृत करना है। जो लोग नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
इस अभियान में एआईजी पीटीआरआई श्रीमती अनीता मालवीय, प्रतपाल सिंह महोबिया, उप निरीक्षक पूजा त्रिपाठी, शत्रुघन सिंह परिहार, सूबेदार वीरेंद्र शाह, भोपाल ट्रैफिक पुलिस के निरीक्षक विजय दुबे के साथ ही ट्रैफिक पुलिस बल और महिला पुलिस बल ने सक्रिय रुप से अपनी भूमिका का निर्वहन किया।