ग्वालियर। जिला योजना समिति भिण्ड की बैठक में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं भिण्ड जिले के प्रभारी मंत्री अनूप मिश्रा ने विकास कार्यों में बरती जा रही लापरवाही के लिये भिण्ड कलेक्टर अखिलेश श्रीवास्तव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बीएल अहिरवार सहित जिले के तमाम अधिकारियों को आडे हाथों लेते हुए उन्हें फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के लिये कटिबद्ध है लेकिन भिण्ड जिले के अधिकारी सरकार की विकास की योजनाओं को पूरा कराने में जरा भी रुचि नहीं ले रहे है। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारी सुधर जाये तो अच्छा है।
जिले के प्रभारी मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा कि अगर किसी इंजीनियर ने सडकों का निर्माण कार्य पूर्ण कराये बिना ही ठेकेदार को लागत राशि का भुगतान कर दिया है, तो संबंधित इंजीनियर से उस राशि की बसूली की जाये। भिण्ड जिले में विभागों के अधिकारी विकास कार्यों के बजट को अन्य कार्यों पर खर्च कर रहे है उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी। अनूप मिश्रा ने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि वह अपनी आदत सुधार लें बरना वे उनकी नौकरी खा जायेंगे।
बैठक में भाजपा सांसद अशोक अर्गल ने भिण्ड जिला प्रशासन पर विकास कार्यों में बरती जा रही लापरवाही का आरोप लगाया। अर्गल ने कहा कि भिण्ड कलेक्टर विकास में बाधक बने हुये है। अर्गल ने कहा कि मुरैना के 15 वर्षों के कार्यकाल की अपेक्षा भिण्ड में तीन वर्षों के कार्यकाल में दुःखी हो गया हूॅ। यहां कोई भी विभाग का अधिकारी उनके पत्रों के जवाब नहीं देता है। हम जनता के सामने जो द्योषणायें करते है उनका पालन प्रशासन की वजह से नहीं हो पा रहा है। जनता भाजपा सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रही है। अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों तक में नहीं जाते है। अधिकारी उन गांवों में जाकर अपनी खानापूर्ति कर लेते है जहां समस्यायें बहुत कम है।
कांग्रेस विधायक रणवीर जाटव ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में जनता तो दुःखी है ही भाजपा के सांसद और विधायक भी दुःखी है। जिले के प्रशासनिक अधिकारी सरकार की नहीं सुनते ये बात भाजपा के जनप्रतिनिधि ही स्वीकार कर रहे है।
जिला योजना समिति की बैठक में विकास की कम अधिकारियों की शिकवा शिकायत ज्यादा सुनाई दी। हालांकि प्रभारी मंत्री अनूप मिश्रा कल जाते-जाते साफ संकेत दे गये है कि वह 27 जनवरी को भिण्ड दुबारा आ रहे है तब लापरवाह अधिकारियों से निबटेंगे।