भोपाल। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही कई समीकरणों में भी बदलाव आया है। महिला सशक्तिकरण की बात तो काफी हुई पर पहली बार महिला अफसरों को प्राइम पोस्टिंग (महत्वपूर्ण विभाग) मिली है। मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर कमिश्नर जैसे अहम पद पर महिला आईएएस अफसर तैनात हैं। अनाज खरीदी की बात हो या फिर स्वास्थ्य और ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े महकमों में भी महिलाओं का ही बोलबाला है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस सरकार ने महिला अफसरों को प्रमुख पदों पर रखने की रणनीति के तहत पदस्थापनाएं की हैं। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुकर्जी के लंबी छुट्टी पर जाने के बाद रश्मि अरुण शमी को जिम्मेदारी दी गई। शमी के पास सामान्य प्रशासन कार्मिक का भी जिम्मा है। इनकी सहायता के लिए दो महिला अफसर अर्चना सोलंकी और सपना लोवंशी की तैनाती है।
स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से महिला अफसर काबिज हैं। गौरी सिंह के बाद यहां पल्लवी जैन गोविल पदस्थ हैं। अपर मुख्य सचिव गौरी सिंह को सियासत के नजरिए से महत्वपूर्ण माने जाने वाले पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की बागडोर सौंपी गई है। विभाग के सभी प्रमुख पदों पर महिला अफसर ही तैनात हैं।
पंचायतराज आयुक्त उर्मिला शुक्ला हैं तो आयुक्त मनरेगा जीवी रश्मि। इसी तरह अनाज खरीदी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसे संवेदनशील विषय वाले खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग में भी महिला अफसरों का बोलबाला है। प्रमुख सचिव नीलम शमी राव भाजपा सरकार के वक्त से इस पद पर हैं पर मैदानी स्तर पर खरीदी को अंजाम देने वाले राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की प्रबंध संचालक सूफिया फारूकी वली हैं।