टोक्योः जापान में बाढ़ के बाद अब गर्मी के प्रकोप के चलते एक हफ्ते में 65 लोगों की मौत हो गई जबकि 22 हजार लोग अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। मारे गए लोगों में एक छह साल का बच्चा भी था जो एक ट्रिप के दौरान गर्मी से अचेत हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। टोक्यो में पहली बार तापमान 40 डिग्री पहुंचा है। साईतामा में 41.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सरकार ने गर्मी को प्राकृतिक आपदा घोषित कर दिया है।
हीटस्ट्रोक के चलते एक हफ्ते में ही 22 हजार 647 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाल ही में पश्चिमी और मध्य जापान में आई बाढ़ से 220 लोगों की मौत हो गई थी।
जापान की आग और आपदा प्रबंधक एजेंसी के मुताबिक, जुलाई 2008 के बाद इस बार गर्मी से इतने लोगों की मौत हुई है। जुलाई से लेकर अब तक गर्मी से 80 लोगों की मौत हो चुकी है और 35 हजार से ज्यादा को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गर्मी से निपटने के लिए चौराहों पर बर्फ की सिल्ली रखवाई गई हैं। सरकार के प्रवक्ता योशीहिदे सुगा ने बताया कि सभी स्कूलों में अगले साल तक एयर कंडीशनर लग जाएगा। इसके लिए स्कूलों को फंड दिया जाएगा। अभी भी जापान के कम से कम आधे पब्लिक स्कूलों में एयर कंडीशनर नहीं हैं। अगर तपिश जारी रहती है तो स्कूलों की छुट्टी कर दी जाएगी। मौसम एजेंसी के अधिकारी मोतोआकी ताकेकावा ने कहा कि कुछ इलाकों जितनी गर्मी पड़ रही है, उससे जान जाने का खतरा है। अगस्त तक देश में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस या इसके आसपास बना रहेगा।