भोपाल ! मध्य प्रदेश में जल सत्याग्रह कर रहे लोगों की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। चमड़ी गलने लगी है और खून का रिसाव होने से गुरुवार को 10 और लोगों को अस्पताल मंे भेजा गया है। इससे पहले 14 लोगों को अस्पताल भेजा गया था।
ठंदिरा सागर बांध के विस्थापितों का खंडवा, हरदा व देवास जिले में जल सत्याग्रह चल रहा है। खंडवा जिले के ग्राम मालूद से गुरुवार को सात महिलाओं और तीन पुरुष सत्याग्रहियों को अस्पताल पहुंचाया गया। खंडवा जिले में लछोरा, पिपलानी और नंदाना में जल सत्याग्रह 12 वें दिन भी जारी रहा। दूसरी ओर हरदा के हनीफाबाद और देवास के मेल-पिपलिया गावों में भी जल सत्याग्रह जारी है।
देश की राजधानी दिल्ली में अनेक जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने मध्य प्रदेश भवन पर इंदिरा सागर प्रभावितों के जल सत्याग्रह के समर्थन में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में जन आन्दोलन के राष्ट्रीय समन्वय, खुदाई खिदमतगार, जन संघर्ष वाहिनी, शहरी महिला कामगार यूनियन, इंसाफ आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। इन प्रतिनिधियों ने सहायक रेजिडेंट कमिश्नर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर तत्काल इंदिरा सागर प्रभावितों की पुनर्वास की सभी मांगों को पूरा करने की मांग की।
इंदिरा सागर प्रभावितों के जल सत्याग्रह के समर्थन में गुरुवार को होशंगाबाद में सेठानी घाट पर नारी जागृति मंच, सतपुडा, महिला संगठन, किसान आदिवासी संगठन और समाजवादी जन परिषद द्वारा जल सत्याग्रह करने की घोषणा की गई थी। जल सत्याग्रह करने गए इन संगठनों के प्रतिनिधियों को भारी पुलिस बल द्वारा रोकने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में छोड़ दिया गया।

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