नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे देशवासियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। वैज्ञानिकों ने देश में आगे कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है, जिसमें बच्चों को ज्यादा खतरा हो सकता है। इस बीच बच्चों को कोरोना महामारी से सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ी खबर आ रही है। 2 से 18 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की राह आसान होती दिख रही है। भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (DCGI) ने गुरुवार 13 मई को भारत बायोटेक को 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों पर अपनी Covid-19 वैक्सीन Covaxin के क्लिनिकल ट्रायल करने की अनुमति दे दी है। इसके पहले भारत बॉयोटेक ने 2 से 18 साल की उम्र वालों पर वैक्सीन के ट्रॉयल की अनुमति मांगी थी। नीति आयोग के वरिष्ठ सदस्य वीके पॉल ने मंगलवार को घोषणा की कि 2-18 साल के बच्चों पर कोवैक्सिन का दूसरे और तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रॉयल अगले 10-12 दिनों में शुरू होगा।
नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य वीके पॉल ने आज कहा, ”मुझे बताया गया है कि अगले 10-12 दिनों में ट्रॉयल शुरू हो जाएगा। अलग-अलग जगहों पर 525 विषयों पर ट्रायल होगा. बता दें कि भारत में अभी 18 से ऊपर उम्र के लोगों के लिए कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन्स के साथ कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि बच्चों के लिए वैक्सीन को लेकर 11 मई को विषय विशेषज्ञ समिति में रखे गए प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया गया था। 13 मई को भारत में 2-18 आयु वर्ग में कोवैक्सीन के ट्रॉयल को मंजूरी दे दी गई थी। अब कोवैक्सिन को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रॉयल के लिए अनुमति दी गई है।