जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुविभागीय पुलिस (डीएसपी) रविन्द्र सिंह के नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रविन्द सिंह ने पाकिस्तान के हिजबुल मुजाहिद्दीन के जिन आतंकिओं की मदद की थी, उनका मंसूबा 26 जनवरी के दिन दिल्ली में परेड के दौरान आतंकी हमला करने की थी। एनआईए से पूछताछ में रविन्द्र सिंह और उनके साथियों ने यह बात कबूली है। उनके मुताबिक, जम्मू के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और चंडीगढ़ में हमलों की प्लानिंग थी। इस काम को अंजाम देने के लिए कुछ और आतंकियों को भी शामिल किया जाना था। हालांकि रविन्द सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही इस बड़ी साजिश का भंडाफोड़ हो गया।
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने रविन्द्र सिंह का केस पहले ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया था। एनआईए की टीम मंगलवार को ही जम्मू पहुंच गई थी और रविन्द्र सिंह से पूछताछ शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, आगे की पूछताछ के लिए रविन्द्र सिंह को बुधवार के दिन दिल्ली लाया जा सकता है।
आतंकियों के साथ पकड़े जाने के बाद पुलिस ने रविन्द्र सिंह के जम्मू स्थिति घर पर छापा मारा था जहां से राइफल और हथगोले मिले थे। इसके बाद ही जांच अधिकारियों ने आशंका जताई कि दिल्ली के भीड़भरे इलाकों और खासतौर पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान हमला हो सकता है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि रविन्द्र सिंह लंबे समय से आतंकियों की मदद कर रहे थे। उसने आतंकियों से 12 लाख रुपए भी लिए थे। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि यह राशि किस काम के लिए ली गई, लेकिन शुरुआती जांच में यह लग रहा है कि वह आतंकियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए अपनी पॉजिश का इस्तेमाल करता था। पूछताछ जारी है और रविन्द्र सिंह को लेकर आज भी कुछ खुलासे हो सकते हैं।