भोपाल। एससी-एसटी एक्ट के विरोध की आड़ में कांग्रेस जनआशीर्वाद यात्रा में भी व्यवधान खड़ा कर सकती है। भारतीय जनता पार्टी ने इस आशंका को देखते हुए यात्रा वाले सभी जिलों की टीम को सतर्क किया है।
जनआशीर्वाद यात्रा में विकास यात्रा की तरह कांग्रेस प्रायोजित विरोध न हो, इसके लिए भाजपा ने रणनीति बनाई है। यात्रा के स्वागत में आए लोगों पर भी पार्टी नजर रखेगी कि वे किसी गलत मंशा के साथ तो नहीं आए हैं।
शक्ति प्रदर्शन के लिए जो विधायक या अन्य दावेदार भीड़ लेकर आ रहे हैं, उनसे कहा गया है कि यात्रा का स्वागत करने के लिए सिर्फ उन लोगों को ही लाया जाएगा, जिन्होंने सरकार की किसी न किसी योजना का लाभ लिया है। ऐसे हितग्राहियों में उन युवा मतदाताओं को जरूर शामिल किया जाए, जिन्होंने सरकार से लेपटॉप प्राप्त किया है।
कन्यादान योजना से लेकर किसान कल्याण और संबल योजना के हितग्राहियों को यात्रा के स्वागत के लिए ज्यादा संख्या में लाने के निर्देश दिए गए हैं। विकास यात्रा की तरह कहीं विपरीत परिस्थिति न बने, पार्टी इसे लेकर भी अलर्ट है। 14 जुलाई को उज्जैन से शुरू हुई यात्रा अब तक कई जिलों में घूम चुकी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस यात्रा को हरी-झंडी दिखाई थी।
पार्टी ने सीधी जिले के संगठन नेताओं पर भी नाराजगी जाहिर की है कि उन्हें यात्रा से पहले अवगत कराने के बावजूद उन्होंने गंभीरता नहीं बरती। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय कहते हैं कि कांग्रेस को आभास हो गया है कि उसे चौथी बार भी जनता नकारेगी, इसलिए हताशा के कारण वह भाजपा के हर कार्यक्रम में व्यवधान फैलाना चाहती है।