ग्वालियर। भिण्ड जिले की चंबल नदी में बाढ के हालत बनते जा रहे है। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोडे जाने से चंबल नदी में उफान आ रहा है। चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 119.80 से महज 4 मीटर नीचे 115.01 तक पहंुच गया है। नदी में प्रति घण्टे 5-7 संेमी की रफ्तार से पानी बढ रहा है। पानी लगातार बढने के कारण जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। भिण्ड जिले के अटेर क्षेत्र में चंबल नदी के किनारे व आसपास के 8 गांवों को चिन्हित कर इनमें रहने वाले करीबन 400 परिवारों को विस्थापित करने की तैयारी कर ली है। प्रशासन ने सरकारी अमले से गांवों में मुनादी करा दी है तथा किसी को भी नदी के आसपास न जाने की हिदायत दी है। चंबल नदी में नाव चलाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस और प्रशासन का अमला चंबल नदी के बढते जलस्तर पर बराबर निगाह रखे हुए है।
भिण्ड जिले के अटेर के कछपुरा, गढा, नावली बृन्दावन, मुकुटपुरा, खैराट, नखनौली, कोषण की मढैया, कोषण को चिन्हित कर लिया गया है। इन गांवों में रहने वाले करीवन 400 परिवारों के 2795 लोगों को बाढ से बचाने के लिए ऊॅंची जगह पर स्थित स्कूल व अन्य जगह पर रहने की व्यवस्था कर ली गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सैयद गजनफर अली ने बताया कि कल तक भिण्ड जिले में 157.9 मिमी. वर्षा दर्ज की गई है। पिछले साल इसी अवधि में 165.01 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। जिले की औसत वर्षा 668.3 मिमी है।

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