ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना जिले के सरायछोला थाना पुलिस ने थाना फूकने, पुलिसबल पर कई बार हमला करने, हत्या तथा हत्या के प्रयास सहित 9 जघन्य मामलों में 10 साल से फरार चल रहे 13 हजार रुपए के इनामी कुख्यात दस्यु सरगना रेत माफिया मातादीन गुर्जर को पकड लिया है। पुलिस ने बदमाश के कब्जे से 303 बोर की रायफल व 60 जिन्दा कारतूस जप्त किए है।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि कुख्यात दस्यु सरगना रेत माफिया मातादीन गुर्जर किसी बडी बारदात की नियत से तोरखेडा गांव के पास छिपा हुआ है। पुलिस ने घेराबंदी कर डकैत मातादीन गुर्जर को पकड लिया। पुलिस ने उसके पास से 303 बोर की माउजर बंदूक व 60 जिन्दा कारतूस जप्त किए है। कुख्यात डकैत मातादीन गुर्जर ने वर्ष 2012 में सरायछोला थाने पर हमला कर थाने में आग लगाने व अरवासिन में पुलिस टीम पर हमला करने का आरोपी था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुख्यात डकैत के गिरोह में एक दर्जन के करीबन सदस्य है। जो मुरैना व श्योपुर जिले के अपना आतंक फैलाए हुए था। मातादीन गुर्जर पर मुरैना पुलिस की ओर से 10 हजार व श्योपुर पुलिस की ओर से 3 हजार रुपए का इनाम घोषित था। एसपी ने बताया कि कुख्यात उस्यु सरगना मातादीन का बरवासिन घाट पर चंबल नदी से रेत का अबैध उत्खनन इसी के संरक्षण में किया जाता था। पुलिस की दबिश पर वह बदमाश पुलिसबल पर हमला कर देता था और कभी-कभी वह चंबल नदी पार कर राजस्थान भाग जाता था।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि मातादीन गुर्जर अपने गिरोह के साथ चंबल के घाटों में अवैध रेत का कारोबार करने वाले माफिया को संरक्षण देता था। उसके संरक्षण में वरवासिन घाट से अवैध रेत निकालकर मुरैना और श्योपुर जिले में भेजी जा रही थी।
रेत माफिया को संरक्षण देने के अलावा मातादीन दूसरे रेत कारोबारियों से एक्सटॉर्शन वसूली भी करता था। डकैत मातादीन के खिलाफ मुरैना जिले के सरायछौला थाने में हत्या, देवगढ़, नूराबाद थाने में हत्या के प्रयास और मारपीट का केस दर्ज है। जबकि श्योपुर जिले के चिलवानी और ओछापुरा थाने में भी हत्या के प्रयास और लूट व डकैती के मामले दर्ज है।
अब उसके गिरोह में कमलेश, ध्रुव, सुरेन्द्र सिंह, नत्थू सिंह और सुल्तान सिंह के अलावा करीब दर्जन भर बदमाश हैं। पुलिस अब मातादीन से मिली सूचनाओं के आधार पर बाकी बचे गिरोह को घेरने की कोशिश में जुट गई है।

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