नई दिल्लीः डोकलाम का विवाद ठंडा पड़ने के बाद पहली दफा चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग का बयान आया है। अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करते हुए चिनफिंग ने चीनी सेना से युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। भारत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उम्मीद जताई है कि चीन में चिनफिंग के नए कार्यकाल में दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता कायम रहेगी।
युद्ध की तैयारी संबंधी चिनफिंग के बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को कांग्रेस शुरू होने से पहले सफल आयोजन के लिए शुभकामना भेजी थी। उनके दोबारा कम्युनिस्ट पार्टी का जनरल सेक्रटरी चुने जाने पर भी प्रधानमंत्री ने बधाई दी है। हम उम्मीद करते हैं कि पार्टी कांग्रेस की दिशा और नीति द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ स्थिरता और शांति को भी आगे बढ़ाएगी।’
गुरुवार को खबर आई थी कि चीन ने भारत के सामने वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) से जुड़ने का प्रस्ताव रखा है लेकिन कहा है कि कश्मीर पर उसका रुख नहीं बदलेगा। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘वन बेल्ट वन रोड और कश्मीर पर भारत का रुख साफ है। हमारा रुख बदला नहीं है। हम वैसी कनेक्टिविटी चाहते हैं, जिसमें खुलापन हो, आजादी हो, जिसमें सबकी बराबर की भागीदारी हो।’
विदेश मंत्रालय ने जापान के विदेश मंत्री के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें कहा गया था कि भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया मिलकर काम करेंगे। इसे चीन के ओबीओआर का जवाब माना जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर उन मुद्दों पर काम करने के लिए तैयार हैं, जिनसे हमारे हित आगे बढ़ें, हमारे विचार आगे बढ़ें। हम अड़े नहीं है। हम इस तरह की कई पहल से जुड़े हुए हैं।’