ग्वालियर । ग्वालियर शहर में पानी की समस्या के स्थाई निराकरण के लिए राज्य शासन द्वारा चयनित संस्था मेहता एसोसिएट द्वारा सर्वेक्षण का कार्य चंबल नदी से प्रारंभ कर दिया गया है। उक्त कार्य पूर्ण होते ही डीपीआर को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड द्वारा स्वीकृत प्रदान करते ही चंबल से ग्वालियर पानी लाने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर शहर में पानी की समस्या के स्थाई निराकरण के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड भारत सरकार द्वारा ग्वालियर की बहुप्रतीक्षित चंबल पेयजल परियोजना के लिये 259 करोड़ 34 लाख रूपए स्वीकृति प्रदान की गई है। चंबल नदी से तिघरा बांध तक 61 किलोमीटर पानी लाने के लिए चंबल पेयजल परियोजना के तहत ग्वालियर की पेयजल व्यवस्था के लिये चंबल से 150 एमएलडी पानी मिलेगा। इसके लिए 259 करोड़ 34 लाख रूपए की कार्ययोजना राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड को भेजी गई थी। इस कार्ययोजना के परीक्षण उपरांत बोर्ड ने परियोजना लागत की 75 प्रतिशत राशि 194 करोड़ 50 लाख रूपए ऋण के रूप में उपलब्ध कराने की सैद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है। जिसका पत्र गत 11 अप्रैल 2018 को जारी कर दिया गया है। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना (डीपीआर) राज्य शासन के माध्यम से शीघ्र प्रेषित करने के लिये कहा गया है।
योजना के अंतर्गत चंबल नदी पर इंटेक वेल, पावर हाउस, पम्पिंग मशीनरी के साथ-साथ 1400 मिलीमीटर व्यास की पाइप लाईन चंबल से तिघरा तक कुल 61 किलोमीटर लम्बाई में बिछाई जाना प्रस्तावित है। पाइप लाईन के रास्ते में निजी भूमि आने पर उक्त भूमि को आवश्यकतानुसार अधिग्रहण करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही अन्य विभागों की अनुमतियाँ लेने के लिए भी विभागों से समन्वय किया जाएगा। उक्त योजना दो वर्ष में पूर्ण होगी और ग्वालियर शहर को 2035 तक पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति हो सकेगी।