भोपाल ! विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता सत्यदेव कटारे ने व्यापंम घोटाले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की गिरफ्तारी पर कहा कि वे सिर्फ मोहरे हैं इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम सामने आना बाकी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए व्यापंम घोटाले से जुड़े सभी मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की। श्री कटारे ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यह देश का सबसे बड़ा घोटाला है इसकी जांच में लगी राज्य पुलिस की एसटीएफ शाखा अब तक बड़े आरोपियों को नहीं पकड़ पाई। यह जांच एजेंसी सरकार की देखरेख में काम करती है इसलिए उसकी जांच निष्पक्ष नहीं हो सकती। इसलिए जरूरी है कि इनसे जुड़े सभी मामलों की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एक एसआईटी की जाए। श्री कटारे ने कहा कि श्री शर्मा ने साफ कहा है कि वे गिरफ्तार हो जाते हैं ताकि बाकी लोग बचे रहें। यह सीधा-सीधा सरकार में बैठे बड़े लोगों की ओर इशारा है। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा ने भी व्यापमं घोटाले के प्रकाश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने एक बयान में कहा है, कि मुख्यमंत्री को अपनी कैबिनेट के पूर्व सदस्य लक्ष्मीकांत शर्मा के उस बयान के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए। जिसमें कहा गया है कि व्यापमं घोटाले के बड़े घोटालेबाजों के नाम वे नहीं बताएंगे चाहे उन्हें इसके लिये कितनी भी यातनाएं क्यों न दी जाएं। पूर्व सांसद ने यह भी कहा है कि शर्मा ने अपनी गिरफ्तारी होते ही भाजपा सरकार के चेहरे पर पड़ा पर्दा खींचकर गिरा दिया है और अंदर की कालिख बाहर आ गयी है। जब एक मंत्री स्तर का व्यक्ति अपने से भी बड़े घोटालेबाजों की बात करता है तो असल में वह मुख्यमंत्री पद की ओर ही उंगली उठाता है।