ग्वालियर। ब्लैक फंगस से एक बेटी अपने पिता को नहीं बचा सकी। उसने इंजेक्शन के लिए एक सप्ताह पहले कलेक्टर, मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई थी। वीडियो वायरल होने पर अभिनेता सोनू सूद ने मदद की थी। लेकिन वह काम नहीं आ सकी। अंतत: पिता की 1 जून को ग्वालियर के अपोलो अस्पताल में मौत हो गई।
दरअसल, भिंड की रहने वाली रेनू शर्मा ने 25 मई को एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि उनके पिता राजकुमार शर्मा 9 दिन से ग्वालियर के अपाेलो अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें कोराेना के बाद ब्लैक फंगस हो गया है। पिता की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। उनके चार ऑपरेशन हो चुके हैं। एक आंख और जबड़ा, तालू तक निकाला जा चुका है। वह इंजेक्शन के लिए कलेक्टर, मंत्री से लेकर हर जगह मदद मांग चुकी हैं। लेकिन, निराशा ही हाथ लगी है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने संपर्क किया और रेनू से बात कर इंजेक्शन भेजे। लेकिन, ये इंजेक्शन राजकुमार की बीमारी से मैच नहीं कर सके। इसलिए इनका उपयोग नहीं हो सका। रेनू से मंत्री और कलेक्टर ने भी संपर्क किया था।
मंगलवार सुबह 5 बजे रेनू के पिता राजकुमार शर्मा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगलवार दोपहर उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव अकोड़ा (भिंड) ले जाया गया है। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
भिंड के निवासी राजकुमार शर्मा ट्रैक्टर की एजेंसी चलाते थे। 27 अप्रैल को वह कोरोना की चपेट में आए थे। उसके बाद राजकुमार को ब्लैक फंगस हो गया। 15 मई को उन्हें सेवा नगर रोड पर अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। फंगस को रोकने डॉक्टर ने करीब 100 इंजेक्शन की डिमांड की थी। राजकुमार की बड़ी बेटी रेनू ने अपने मामा के साथ मिलकर किसी तरह सिर्फ 20 इंजेक्शन का इंतजाम कर लिया, लेकिन इसके बाद इंजेक्शन नहीं मिल रहे थे।
रेनू ने बताया कि प्रशासन से ज्यादा उम्मीद न करते हुए दिल्ली से इंजेक्शन अरेंज किए थे। करीब 10 दिन की डोज पूरी लग चुकी थी। पापा की हालत में इतना सुधार था कि वह बेड से उठकर वार्ड में चलने फिरने लगे थे। पर दो दिन पहले अचानक बुखार आया और वह वापस बिस्तर पर आ गए। 48 घंटे में इतनी हालत बिगड़ी की ब्लड उनके माइंड तक नहीं पहुंच रहा था। डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे थे कि इसे कैसे कंट्रोल करें। मंगलवार सुबह अचानक पता लगा कि पापा नहीं रहे।