भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गाँवों में बिजली और सड़क की आधारभूत सुविधाओं की सुलभता के बाद मध्यप्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनायेगी। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि वे मध्यप्रदेश में उद्यम क्रांति का श्रीगणेश करें। उनके लिये ही मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज खंडवा जिले के पंधाना में किसान एवं विकास सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में 61 करोड़ 33 लाख 53 हजार रूपये के 64 कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने किसानों की बहुप्रतीक्षित माँग को पूरा करते हुए छैगाँवमाखन क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल के लिये उद्वहन सिंचाई का सर्वे करवाने की घोषणा की। नर्मदा परियोजना मुख्य नहर से उद्वहन सिंचाई योजना द्वारा छैगाँवमाखन विकासखण्ड की सिंचाई के लिये नहर लाई जायेगी। इस योजना से ग्रे-बेल्ट में आ चुके छैगाँवमाखन विकासखण्ड की लगभग 34 हजार हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी तथा डेढ़ लाख ग्रामीण को पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में आम आदमी और किसानों के लिये जो कहा था वह कर दिखाया है। किसानों के लिये जीरो प्रतिशत ब्याज पर लोन, गेहूँ पर बोनस तथा आम आदमी को निःशुल्क दवाएँ ऐसे काम हैं, जिनसे सर्वहारा वर्ग को बड़ा सहारा मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से दस साल पहले की सरकार ने कभी आम आदमी और गाँवों के उत्थान के लिये गंभीरता से नहीं सोचा। हमारी सरकार ने गाँवों में समग्र विकास का कार्य आरंभ किया है। माताओं-बहनों के लिये हर घर में नल से जल प्रदाय की योजना बन गई है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क और पंच-परमेश्वर योजना से गाँवों में आवागमन में सुविधा हो रही है। अब गाँवों में नाई, मोची, लुहार, कुम्हार जैसे परम्परागत व्यवसायों में भी कला-कौशल के प्रशिक्षण की शुरूआत कर व्यवसाय जमाने में सरकार आर्थिक मदद देगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से प्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार मिला। खेती की दशा तो सुधरी पर इसमें निर्भरता भी कम होनी चाहिये।
श्री चौहान ने युवाओं से मध्यप्रदेश में उद्यम क्रांति का आह्वान कर घोषणा की कि जो भी युवा अपना उद्यम शुरू करेगा, उसे बैंक से लोन की गारंटी देने के लिये मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना बनाई गई है। इस साल एक लाख युवाओं के उद्यम प्रारंभ करवाने का लक्ष्य है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब लघु उद्योगों की एक लहर शुरू होनी चाहिये और गाँव-गाँव में विभिन्न उत्पादक इकाइयाँ लगनी चाहिये। कार्यक्रम को जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री राजपाल सिंह तोमर, विधायक श्री अनारसिंह वास्कले, पूर्व सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने दी सौगातें
मुख्यमंत्री ने जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से आई विभिन्न माँगों को पूरा करने के लिये परीक्षण और सर्वे कराने के निर्देश दिये। इन प्रमुख माँगों में सुक्त डेम में पंधाना के आस-पास के ग्राम राजपुरा, घाटाखेड़ी, बड़ोदा, गुराड़िया, बाबली, मोहनपुर, सिल्टीया, कुण्डियाय, उमरदा, पंधाना आदि ग्रामों में सिंचाई हेतु नहर द्वारा पानी, जामला ग्राम की नदी पर सिंचाई हेतु स्टाप डेम, ग्राम कवड़ीखेड़ा, फिफराड़ नदी पर मलगाँव रोड़ पर बड़ा स्टाप डेम, विकासखण्ड पंधाना के हेमगीर-बाघमला मार्ग की सुक्ता नदी पर पुल निर्माण, पंधाना नगर में खेल-कूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु स्टेडियम, ग्राम खड़की से लोहारी तक रोड एवं पुलियाएँ, रूस्तमपुर में राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर बायपास मार्ग का निर्माण, ग्राम जामला लिंगी फाटे तक मार्ग निर्माण, गरणगाँव से मलगाँव तक, ग्राम पांचम्भा से टाकली तक, ग्राम सारोला से इटवा तक, ग्राम आरूद से घाटाखेड़ी तक, ग्राम पिपलोद खास से लालमाटी तक रोड एवं पुलियाएँ, ग्राम टेंभी से छैगाँवमाखन व्हाया मलगाँव तक, ग्राम पोखरकला से आवंलिया, खारवा, ग्राम सुरगाँव जोशी से सोनूद तक और ग्राम अहमदपुर से सुरगाँव जोशी तक रोड निर्माण, उत्कृष्ट विद्यालय पंधाना एवं शासकीय कन्या शाला पंधाना में बाउण्ड्री वाल का निर्माण तथा भवन जीर्णोद्धार, ग्राम आवंलिया खारवा बालक छात्रावास, सालई, गजवाड़ा, लखनगाँव तथा नानखेड़ा में बालिका छात्रावास, आरूद में बालक छात्रावास, पंधाना नगर में शासकीय महाविद्यालय की स्थापना, ग्राम सिंगोट में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, उप तहसील छैगाँवमाखन को तहसील का दर्जा एवं तहसील छैगाँवमाखन एवं पंधाना को मिलाकर राजस्व अनुभाग पंधाना का गठन एवं विकासखण्ड पंधाना के ग्राम सिंगोट को उप तहसील टप्पा कार्यालय बनाया जाना शामिल है। उन्होंने विभिन्’न योजनाओं के हितग्राहियों को चेक भी प्रदान किये।
कार्यक्रम में जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती रंजना बघेल, विधायक सर्वश्री देवेन्द्र वर्मा, धूलसिंह डावर और पूर्व विधायक हुकुमचंद यादव आदि उपस्थित थे।