इंदौर। जानलेवा हमले के मामले में फरार चल रहा गैंगस्टर बेखौफ गृहमंत्री बाला बच्चन से मुलाकात करके चला गया। बाद में वहां मौजूद लोगों ने जानकारी दी तो नाराज गृहमंत्री ने पुलिस अफसरों को तलब कर लिया। इसके बाद सक्रिय हुई क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया। उधर, लापरवाही बरतने पर एसएसपी ने परदेशीपुरा टीआई सुधीर अरजरिया को लाइन अटैच कर दिया। पुलिस रिकॉर्ड में उसके खिलाफ 20 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने पिछले वर्ष दिसंबर में कुख्यात गुंडे राजेंद्रसिंह तोमर के खिलाफ एक युवक पर केस दर्ज किया था। पांच महीने बाद भी पुलिस ने गाइड को गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि जांच शुरू कर दी कि वह घटना में शामिल था या नहीं।
तीन दिन पहले रेसीडेंसी क्षेत्र में वह कुछ लोगों के साथ गृहमंत्री से मिलने पहुंच गया। इसी दौरान किसी ने फोटो खींच कर डीजीपी वीके सिंह को व्हाट्सएप कर दिया। गृहमंत्री की नाराजगी के बाद डीजीपी ने एसएसपी रुचिवर्धन से जानकारी मांग ली। इस पर राजू को पकड लिया, जब वह चीकू यादव के साथ कोर्ट में पेश होने जा रहा था।
गाइड पर आरोप है कि उसने एक युवक पर गोलियां चलाईं। बदमाश उसका प्लॉट हथियाना चाहते थे। शिकायत के बाद भी पुलिस ने गाइड को पकडा ही नहीं। एसएसपी ने केस डायरी देखी तो पता चला गुंडे ने एक आवेदन दिया था कि वह घटना में शामिल नहीं था। इसलिए केस से उसका नाम निकाला जाए। जांच अधिकारी उसके खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बजाय उसके आवेदन की जांच में जुटे थे।
प्रदेश के गृहमंत्री बाला वच्चन ने बताया कि तीन दिन पहले रेसीडेंसी पर चार-पांच लोग मिलने आए थे। कुछ देर बाद पता चला कि उनमें एक गुंडा था। जानकारी जुटाई तो पता चला वह जानलेवा हमले के आरोप में फरार भी है।