गुना स्कूल संचालक ने चोरी छिपे परीक्षा का आयोजन किया था लेकिन इसके बावजूद प्रशासन को भनक लग गई और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ शिक्षा विभाग की टीम ने बीच परीक्षा के दौरान ही स्कूल में छापा मार दिया.

कोरोना काल में सरकार ने भले ही 10वीं की परीक्षा पर रोक लगा रखी है लेकिन मध्य प्रदेश के गुना शहर में एक निजी स्कूल संचालक ने छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करते हुए परीक्षाएं आयोजित कर दी.  

गुना के गुरुकुल हायर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल ने गुरुवार को सुबह 10 बजे से स्कूल परिसर में 10वीं की परीक्षा का समय तय कर दिया और इसके लिए बकायदा छात्रों को भी बुलवाया गया. स्कूल संचालक ने कोरोना गाइडलाइंस का खुलेआम उल्लंघन करते हुए छात्रों की परीक्षा ली.

स्कूल संचालक ने चोरी छिपे परीक्षा का आयोजन किया था लेकिन इसके बावजूद प्रशासन को भनक लग गई और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ शिक्षा विभाग की टीम ने बीच परीक्षा के दौरान ही स्कूल में छापा मार दिया.

इस दौरान छात्रों की परीक्षा रोकी गई और उन्हें क्लास रूम से बाहर निकाला गया. स्कूल संचालक ने प्रशासन की टीम को देखकर भागने की कोशिश तो की लेकिन उसे पकड़ लिया गया. पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने बच्चों के अभिभावकों से पूछा कि उन्होने अपने बच्चों को कोरोना काल में परीक्षा देने क्यों भेजा जबकि 10वीं बोर्ड की परीक्षा सरकार की तरफ से रद्द की जा चुकी है तो अभिभावकों ने आरोप लगाया कि उन्हे बोला गया था कि बच्चे नहीं भेजे तो उन्हे परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा और स्कूल से नाम काट दिया जाएगा.   

छापे के बाद कार्रवाई करते हुए नायाब तहसीलदार रमाशंकर सिंह ने बताया कि स्कूल के अंदर से 30-40 छात्रों को बैठा कर परीक्षा ली जा रही थी, जो गलत है. कोरोना में स्कूल का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित है इसलिए स्कूल संचालक के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन की कार्रवाई की जाएगी. आगे भी स्कूल के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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