अहमदाबाद. अहमदाबाद में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के अविनाश तलरेजा की 14 फरवरी को शादी हुई थी. रिश्तेदारों की मौजूदगी में अविनाश ने पाकिस्तान में ही सात फेरे लिए थे. लंबी अवधि के वीजा पर अहमदाबाद में रहनेवाले अविनाश को पत्नी के साथ 16 मार्च के दिन वापस लौटना था, लेकिन 13 मार्च से ही पाकिस्तान से आने वाले लोगों का वीजा सस्पेंड कर दिया गया.
बाद में लॉकडाउन खत्म होने के बाद अविनाश तो जैसे-तैसे अहमदाबाद पहुंच गए, लेकिन पत्नी पाकिस्तान में ही रह गई. अब अविनाश विदेश मंत्रालय और सरकार से अपनी गर्भवती पत्नी को भारत आने की इजाजत और वीजा देने की गुहार लगा रहे हैं.
अविनाश ने बताया कि लगभग सात महीने तक पाकिस्तान में ही फंसे रहे. हमारे वीजा की अवधि भी खत्म हो चुकी थी, लेकिन विदेश मंत्रालय को बार-बार लिखते रहे तो मुझे वीजा मिल गया. उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी गर्भवती है. उसे भारत आने के लिए वीजा दिया जाए, जिससे जो बच्चा जन्म लेने वाला है वह जन्म से भारतीय हो.
अविनाश ने कहा कि पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास को कई बार पत्नी को वीजा के लिए आवेदन भेजा है, लेकिन कोरोना की वजह से वीजा नहीं दिया जा रहा. अब भारत सरकार से ही आस है. उन्होंने बताया कि उनके काफी रिश्तेदार पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहते हैं. रिश्तेदारों ने ही उनकी सना कुमारी से शादी कराई.
अविनाश बताते हैं कि जब वे महज एक साल के थे, तभी उनके माता-पिता पाकिस्तान से भारत आ गए थे. उनकी पढ़ाई-लिखाई सब अहमदाबाद में ही हुई है. उन्होंने बताया कि उनकी मां को भारत की नागरिकता मिल चुकी है. वे भी नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं.
अविनाश के मुताबिक उनकी पत्नी सना के पास भी 45 दिन का विजिटर वीजा था. वह भी भारत आने को लेकर खुश थीं, लेकिन ऐन वक्त पर भारत सरकार ने वीजा सस्पेंड कर दिए.