ग्वालियर। मुस्कान हॉस्पिटल में बुखार से पीड़ित 4 महीने के मासूम बच्चे को एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने से मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने बच्चे की मौत के बाद जमकर हंगामा मचाया। प्रशासन ने फिलहाल हाॅस्पिटल को सील कर दिया है।
जानकारी के अनुसार नवग्रह कॉलोनी में रहने वाले ध्यानेंद्र का 4 महीने का बेटा आयुष दो दिन से बीमार था। उन्होंने रॉक्सी पुल के पास मुस्कान हॉस्पिटल में डॉ. एके जैन से आयुष का इलाज कराया। शनिवार की सुबह वे बच्चे को फिर से दिखाने के लिए डॉ. जैन के पास ले गए। यहां पर डॉक्टर के कहने पर कंपाउंडर हेमंत कुशवाह ने एक इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाते ही आयुष तड़पा और फिर मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया। यह देखकर ध्यानेंद्र सिंह ने डॉ. जैन से तुरंत इलाज करने के लिए कहा। डॉ. जैन ने आयुष के पिता से कहा कि बच्चा ठीक हो जाएगा।
डॉ. जैन ने बच्चे को देखा और पहले कंपाउंडर से पंप से ऑक्सीजन देने के लिए कहा। कोई सुधार नहीं होता देखकर डॉ. जैन ने खुद भी पंप से ऑक्सीजन दी, लेकिन आयुष की हालत में कोई सुधार नहीं दिखाई दिया। आयुष की हालत देखकर उसके पिता ध्यानेंद्र बेड पर ही जोर-जोर से रोने लगा। आयुष की दादी ने उसके तलवे की मालिश भी की, लेकिन अंत में उसकी मौत हो गई। आयुष की मौत होते ही उसके परिजन जोर-जोर से रोने लगे। इस बीच हॉस्पिटल का स्टाफ वहां से खिसक गया। आयुष की मौत के बाद हॉस्पिटल में दर्जनों लोग एकत्र हो गए और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाने लगे।
मुस्कान हॉस्पिटल में हंगामे की खबर सुनकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। आयुष के पिता का आरोप है कि डॉक्टर ने एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी मौत हुई है।
प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। इसके साथ हीहॉस्पिटल में इमर्जेंसी हालात से निपटने के साधन नहीं है। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सिलेंडर तक नहीं था। इसके बाद जांच करने के लिए सीएमएचओ डॉ. एसएस जादौन भी वहां पहुंच गए। आयुष के पिता ध्यानेंद्र की शिकायत पर मृत बेटे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है।