इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह की अध्यक्षता में एआईसीटीएसएल सभाकक्ष में आगामी त्यौहारों के परिपेक्ष्य में कानून और व्यवस्था के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह ने एसडीएम और सीएसपी से कहा कि वे शाम को छह बजे से 8 बजे तक एक साथ अपने क्षेत्र का संयुक्त दौरा करें।
उन्होंने कहा की जिले में गणेश विसर्जन और मोहर्रम के जुलूस पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। लोग घर में ही गणेश प्रतिमा और मोहर्रम के ताजिये ठंडा करें और किसी भी प्रकार का जुलूस न निकालें। कोरोना संक्रमण को देखते हुये जिला प्रशासन द्वारा जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे भीड़भाड़ न हो। जान हैं तो जहान है। भीड़ नहीं होगी तो संक्रमण नहीं फैलेगा। इंदौर के इस मॉडल को राज्य शासन ने भी पूरे प्रदेश में लागू करने का निश्चय लिया है।
कलेक्टर सिंह ने कहा है कि राजस्व अधिकारी मॉइकिंग के जरिये एक सप्ताह पहले ही बता दें कि जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों में समान रूप से लागू होगा। उन्होंने कहा कि इंदौर जिले के शहर से लगे सभी तालाबों और कर्बला परिसर में तीन दिन के अंदर बैरिकेडिंग कर दी जायेगी। मोहर्रम के ताजिये घर में ही ठंडे किये जायेंगे। इस संबंध में कलेक्टर सिंह की धर्मगरूओं से दूरभाष पर चर्चा हो चुकी है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को शहरी क्षेत्र में वार्डवार और ग्रामीण क्षेत्र में थानावार शांति समिति की बैठक बुलाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि गणेश प्रतिमाएं और मोहर्रम के ताजिये घर में ही ठंडा किये जाये। प्रतिमाएं और ताजिये बड़े साइज के नहीं होना चाहिये। सभी धर्म के लोगों के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिले की जनता बहुत ही उदारवादी और समझदार है। एक सप्ताह पहले उन्हें समझाइश दे दी जायेगी, तो वे किसी तरह का जुलूस नहीं निकालेंगे।
इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल, एसपी पूर्व विजय खत्री, एसपी पश्चिम महेशचंद्र जैन, सभी अपर कलेक्टर, सभी एसडीएम, सभी एडिशनल एसपी, सभी सीएसपी, नगर निगम के झोनल ऑफिसर, नगर पंचायतों के सीएमओ, जनपद पंचायतों के सीईओ आदि मौजूद थे।