छतरपुर। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये सिंचाई का रकबा बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 5 करोड़ लागत की 200 सिंचाई परियोजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। श्री चौहान आज छतरपुर जिले के राजनगर में बरियारपुर बाँयी नहर सिंचाई परियोजना का लोकार्पण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने जिले में 73 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। रुपये 550 करोड़ की लागत की बरियारपुर बाँयी नहर परियोजना से जिले की 43 हजार 850 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में अनेक फैसले लिये हैं। किसानों को दिये जाने वाले ऋण की ब्याज दर 18 प्रतिशत से घटाकर जीरो प्रतिशत तक कर दी गई है। उन्होंने कहा कि 2013 से प्रदेश के प्रत्येक गाँव में 24 घंटे बिजली उपलब्ध होगी। श्री चौहान ने कहा कि छतरपुर में विश्वविद्यालय खोले जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनगर में अगले शिक्षण सत्र से शासकीय महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने ग्राम डहर्रा में नल-जल योजना प्रारंभ करने, प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय के रूप में उन्नयन करने तथा पथरिया ग्राम में प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय के रूप में उन्नयन करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुन्देलखण्ड के विकास पर केन्द्रित ‘पहल’ पत्रिका एवं बेटी बचाओ अभियान पर केन्द्रित उड़ान पत्रिका का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने कन्याओं के पैर पूजन कर बेटी वाले दम्पत्तियों को सम्मानित किया।
अंत्योदय मेले में 22 हजार से अधिक हितग्राहियों को मिला लाभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राजनगर में अंत्योदय मेले में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित 22 हजार 221 हितग्राहियों को 12 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि वितरित की। मुख्यमंत्री ने राजनगर विकासखण्ड में 650 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। समारोह में जल-संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया, किसान-कल्याण मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, अनुसूचित-जाति कल्याण राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री हरिशंकर खटीक, सांसद श्री जीतेन्द्र सिंह बुन्देला, विधायक सर्वश्री विक्रम सिंह नाती राजा, मानवेन्द्र सिंह, श्रीमती ललिता यादव, श्रीमती रेखा यादव, श्रीमती आशा रानी सिंह एवं पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।