सागर ! खुरई कस्बे के बीचों-बीच स्थित धर्मेंन्द्र सेठ के निवास स्थित ऑफिस में अज्ञात आरोपियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर कट्टे अड़ाकर उनके हाथ पैर बांध दिए गए तथा ऑफिस के दरवाजे को तोडक़र अंदर घुस गए। आरेपियों द्वारा ऑफिस में रखी अलमारियों को तोडक़र उसमें रखी नगदी एवं सोनें चांदी के जेवरात तथा ऑफिस में रखे लैपटॉप एवं बंदूके भी साथ में ले गए थे। प्रार्थी धमेंन्द्र पिता रिषभ कुमार जैन की रिपोर्ट पर थाना खुरई में अप.क्र. 400/15 धारा 395,397 भा.दं.वि का प्रकरण अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध कायम किया जाकर अनुसंधान में लिया गया। उक्त घटना से पूरे जिले में सनसनी फैल गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मौके पर के.पी खरे पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर, आई.पी कुल्श्रेष्ठ, उप पुलिस महानिरीक्षक सागर, सचिन कुमार अतुलकर, पुलिस अधीक्षक सागर एवं पंकज पाण्डेय, अति. पुलिस अधीक्षक सागर, पहुंचे व घटनास्थल का जायजा लेकर फरियादियों से चर्चा की।
उक्त घटना की पतारसी हेतु पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा लगातार घटनास्थल की सर्चिंग की गई तथा वीडियो फुटेज का बारीकी से अध्ययन किया गया। इसी क्रम में मुखबिरों को भी उक्त घटना के संबंध में जानकारी देनें हेतु सक्रीय किया गया। वीडियो फुटेज एवं वारदात के तरीके का विश्लेषण करनें पर उक्त घटना किसी अपराधी गिरोह, जिसके सदस्य पारदी हो सकते है, के द्वारा घटित किया जाना प्रतीत हुआ। पुलिस टीम द्वारा इस तथ्य को संज्ञान में रखकर मुखबिरों को सक्रीय किया गया। मुखबिर द्वारा समय-समय पर सूचना प्राप्त होने पर पुलिस टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों के संभावित स्थान, गुना, मुंगावली अशोकनगर आदि में पारदियों के डेरे एवं उनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी गई एवं वीडियो फुटेज के आधार पर संदेहियों की पहचान कर राजू पारदी, वीरन पारदी, जनक पारदी, शाहरूख पारदी एवं उनके साथी सभी निवासी धरनावदा थाना जिला गुना को चिन्हित् किया गया। उक्त संदेहियों की गतिविधियों के बारे में सूचना संकलन कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया गया।
पुलिस टीम द्वारा पारदियों के डेरे में दबिश दी गई, इसी दौरान थाना धरनावदा जिला गुना से सूचना प्राप्त हुई कि संदेही/आरोपी जनक पिता विलाख पारदी नि. कनेरा को पकड़ा गया है। उक्त सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया एवं उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर उक्त संदेही की तस्दीक हेतु टीम को गुना भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा संदेही/आरोपी जनक पारदी को न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से थाना खुरई लाकर पूंछताछ की गई, जिसनें उक्त घटना अपने साथियों के साथ मिलकर घटित करना स्वीकार किया।