नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के महज सात दिन बाद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन चीन की यात्रा पर पहुंचे हैं. इस यात्रा पर लोगों की नजर इसलिए है क्योंकि किम जोंग आमतौर पर अपने देश से जल्दी बाहर नहीं जाते हैं. जबकि इस बार वह ट्रंप से मुलाकात के कुछ दिन बाद ही चीन पहुंच गए हैं. अंतरराष्ट्रीय मीडिया में कयासों का दौर इसलिए भी शुरू हो गया है क्योंकि चीन की सलाह पर ही किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलने को तैयार हुए थे.
चीन की सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने किम जोंग के बीजिंग यात्रा जानकारी दी है. सीसीटीवी ने हालांकि यह यह नहीं बताया कि किम बीजिंग पहुंच चुके हैं अथवा नहीं लेकिन शहर के हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मार्ग में सुरक्षा बल तैनात हैं जो उनके आगमन के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की ओर इशारा करता है. इस मार्च से किम जोंग उन की चीन की यह तीसरी यात्रा है.
वहीं, प्योंगयांग में मौजूद एएफपी के संवाददाता ने बताया कि इकलौती अंतरराष्ट्रीय उड़ान एयर कोरयो की बीजिंग की उड़ान में थोड़ा विलंब किया गया है, जो कि किम यात्रा के दौरान आम बात है.
जापान के निक्की बिजनेस डेली ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि किम को परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले में आर्थिक प्रतिबंध हटने का इंतजार है और माना जा रहा है कि इसके लिए वह चीन से सहयोग मांग रहे हैं.
कोरियाई युद्ध के बाद से ही दक्षिण कोरिया में अमेरिका ने सैनिकों को तैनात कर दिया है. 1953 में खत्म हुए इस युद्ध में चीन ने उत्तर कोरिया का साथ दिया था.